दिल्ली में प्रवासी श्रमिकों के हितों की रक्षा करने में केंद्र विफल: जाखड़

punjabkesari.in Sunday, Mar 29, 2020 - 08:51 PM (IST)

जालन्धर (धवन): पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कहा है कि देश में फैले कोरोना वायरस के कारण जो संकट की घड़ी आई है उसे देखते हुए दिल्ली से अपने राज्यों को पलायन कर रहे मजदूरों के हितों की रक्षा के लिए केंद्र व दिल्ली सरकार को महत्वपूर्ण कदम उठाने चाहिए। जाखड़ ने आज कहा कि दिल्ली से बिहार व उत्तर प्रदेश को जाने वाली सीमा पर जिस तरह का जमघट अप्रवासी श्रमिकों का लगा है उसे देख कर दिल को बहुत बड़ी ठेस पहुंची है क्योंकि कोरोना वायरस के बावजूद हजारों की गिनती में सैनिकों का इकट्ठा होना स्वास्थ्य की दृष्टि से उचित नहीं है परन्तु केंद्र सरकार इस स्थिति से निपटने में विफल रही है। 

जाखड़ ने कहा कि अप्रवासी श्रमिकों के अंदर घबराहट व बेचैनी अफवाहों के कारण पैदा हुई तथा सरकार इन अफवाहों पर रोक लगाने में विफल रही। उन्होंने कहा कि सरकार को तुरन्त हरकत में आते हुए इन प्रवासी श्रमिकों को अलग-अलग करना चाहिए तथा दिल्ली में ही उनके ठहरने तथा भोजन का प्रबंध किया जाना चाहिए था। जाखड़ ने कहा कि देश संकट के दौर से गुजर रहा है तथा ऐसी स्थिति में सभी लोगों का कत्र्तव्य बनता है कि वह जरूरतमंद व गरीब लोगों की मदद के लिए आगे आएं। उन्होंने कहा कि वैसे भी हमारे गुरुओं ने यह संदेश दिया हुआ है कि अपनी आमदनी का दसवंद गरीबों के कल्याण पर खर्च किया जाना चाहिए तथा संकट की इस घड़ी में इस पर अमल किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पंजाबियों ने हमेशा ही संकट के समय देश की बाजू पकड़ी है तथा अब संकट के समय पंजाबियों को पुन: आगे आते हुए गरीबों के लिए दान करना चाहिए। 

प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि पंजाब में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने गरीबों में 10 लाख राशन के पैकेट बांटने का जो फैसला किया है वह सराहनीय है। उन्होंने कहा कि प्रवासी श्रमिकों में घबराहट पंजाब में दिखाई नहीं देती क्योंकि राज्य में अनेकों लोग इन प्रवासियों के लिए भोजन का प्रबंध कर रहे हैं जिस कारण उनमें असुरक्षा की भावना नहीं है जबकि अन्य राज्यों में अप्रवासियों के अंदर घबराहट साफ देखी जा रही है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Mohit

Recommended News

Related News