अध्यापक नेतागिरी से बाज आएं अन्यथा कानूनी कार्रवाई के लिए तैयार रहें: सोनी

punjabkesari.in Monday, Oct 08, 2018 - 08:32 PM (IST)

जालंधर (धवन): पंजाब के शिक्षा व पर्यावरण मंत्री ओ.पी. सोनी ने हाल ही में स्थायी रूप से नियुक्त किए गए अध्यापकों के वेतनमान में हुई कमी को लेकर पटियाला में संयुक्त रूप से प्रदर्शन कर रहे सांझा मोर्चा यूनियन के नेताओं को चेतावनी दी कि वे स्कूल के समय पर धरना-प्रदर्शन न करें क्योंकि इससे बच्चों की पढ़ाई का नुक्सान हो रहा है। उन्होंने कहा कि यूनियन नेता अपने स्कूलों में वापिस चले जाएं अन्यथा कानूनी कार्रवाई के लिए तैयार रहें।

सोनी ने कहा कि अध्यापक जो पहले केन्द्र सरकार के फंड से चल रही सोसायटियों के कर्मचारी थे तथा इनके भविष्य पर हर समय तलवार लटकी रहती थी, को स्थायी रूप से नियुक्त करने का निर्णय यूनियन नेताओं से 3 बार बैठक करने के पश्चात ही लिया गया है, जोकि आज अपने व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए अध्यापक वर्ग को गुमराह कर रहे हैं। अध्यापक नेता अपनी नेतागिरी के लिए बच्चों की पढ़ाई का नुक्सान न करें। अगर इन्हें अपनी नेतागिरी का ज्यादा शौक है तो अपनी नौकरी छोड़कर राजनीति में आ जाएं। सोनी ने बाद में अमृतसर के माल रोड स्कूल में जिला स्तरीय प्राथमिक स्कूल खेल ईनाम वितरण समारोह में भी भाग लिया। 

उन्होंने कहा कि पहले की गई अध्यापकों की भर्ती में इन सोसायटियों के 800 अध्यापक परीक्षा देकर स्थायी हुए हैं और उनको भी मूल वेतनमान दिया जा रहा है लेकिन इन अध्यापकों को उनकी अपेक्षा भी 5000 रुपए अधिक वेतनमान देने का ऐतिहासिक निर्णय पंजाब सरकार ने लिया है। इसके लिए अध्यापकों को पंजाब सरकार का धन्यवादी होना चाहिए लेकिन कुछ स्वार्थी नेता अध्यापकों को गुमराह करने में लगे हैं। पंजाब सरकार शिक्षा प्रोवाइडरों को स्थायी करने के लिए गंभीरता से विचार कर रही है तथा शीघ्र ही सर्वशिक्षा अभियान के तहत आते स्कूलों में लंबे समय से कार्य कर रहे एस.टी.आर., ए.आई.ई., ई.जी.एस. तथा आई.ई. अध्यापकों को भी पक्का कर दिया जाएगा। सोनी ने कहा कि स्कूलों में शीघ्र ही परीक्षाएं शुरू होने वाली हैं तथा अध्यापकों को प्रदर्शन छोड़कर बच्चों को परीक्षाओं के लिए तैयार करवाना चाहिए। 


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Mohit

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