विजीलैंस विभाग का दावा, अपराध को लेकर पेश किया यह रिपोर्ट कार्ड
punjabkesari.in Sunday, Jan 08, 2023 - 05:49 PM (IST)

चंडीगढ़ : भ्रष्टाचार को खत्म करने के उद्देश्य से पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने पिछले साल 129 घूसखोरी के मामलों में कुल 172 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिसमें 65 ट्रैप मामलों में 83 आरोपी और 64 ऑनलाइन शिकायतों में 89 व्यक्ति शामिल हैं। विभाग ने अपने इस अभियान में रिश्वतखोरी के मामलों के केस, भ्रष्टाचार के आरोपियों की गिरफ्तारी आदि में रिकॉर्ड कायम किया है।
यह खुलासा करते हुए विभाग के मुख्य निदेशक-सह-एडीजीपी वरिंदर कुमार ने बताया कि विजीलैंस विभाग ने रिश्वत मांगने वालों को घेरने के लिए एक बहुआयामी दृष्टिकोण अपनाया है। उन्होंने खुलासा किया कि इस साल के दौरान अन्य विभागों के अलावा पंजाब पुलिस के 30, राजस्व विभाग के 13, बिजली विभाग के 5 और स्थानीय निकायों के 4 मुलाजिमों को अलग-अलग मामलों में रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा है।
371 मुलजिमों के खि़लाफ़ 135 आपराधिक मामले दर्ज
मुख्य निर्देशक वरिन्दर कुमार ने बताया कि विजीलैंस ब्यूरो ने 371 मुलजिमों के विरुद्ध 135 आपराधिक केस दर्ज किए हैं, जिनमें 35 गज़टिड अफ़सर, 163 नान-गज़टिड अफ़सर और 173 प्राईवेट व्यक्ति शामिल हैं। इसके इलावा पिछले साल भ्रष्टाचार की शिकायतों की जांच के लिए 139 शक्की व्यक्तियों के विरुद्ध 103 विजीलैंस जांचे भी दर्ज कीं, जिनमें 35 गज़टिड अफ़सर, 58 नान-गज़टिड अफ़सर और 46 प्राईवेट व्यक्ति शामिल हैं। इसके इलावा, एक गज़टिड अफ़सर और नान-गज़टिड अफ़सर के खि़लाफ़ आय से अधिक जायदाद रखने के 2 केस भी दर्ज किए गए।
2 नान-गज़टिड अफसरों को सेवाओं से बख़ार्स्त किया
उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के सभी रूपों के प्रति ज़ीरो टालरैंस नीति अपनाते हुए हुए अलग-अलग अदालतों में दोषी ठहराए जाने के कारण 2 नान-गज़टिड अफसरों को उनके सम्बन्धित प्रशासनिक विभागों द्वारा उनकी सेवाओं से बख़ार्स्त कर दिया गया है। विजीलैंस प्रमुख ने आगे बताया कि ब्यूरो पिछले साल के दौरान 39 विजीलैंस जांचों को अंजाम देने में सफलता हासिल की।
विशेष अदालतों ने 30 दोषियों को सजा सुनाई
वरिन्दर कुमार ने अन्य विवरण सांझा करते हुए बताया कि अलग-अलग विशेष अदालतों ने भ्रष्टाचार रोकथाम कानून के अंतर्गत दर्ज 19 अलग-अलग विजीलैंस मामलों में दोषी 2 गज़टिड अफ़सर, 18 नान-गज़टिड अफसरों और 10 प्राईवेट व्यक्तियों को 5 साल तक की सजा सुनाई है। विशेष अदालतों ने 5000 से 33,00,000 रुपए के अलग-अलग जुर्माने भी लगाए, जो कुल रकम 37,90,000, बनती है।
गिरफ़्तार किए प्रमुख व्यक्तियों के नाम
प्रमुख मामलों की जानकारी देते हुए विजीलैंस ब्यूरो के प्रमुख ने बताया कि चार पूर्व मंत्री, साधु सिंह धर्मसोत, संगत सिंह गिलजियां, भारत भूषण आशु और सुंदर शाम अरोड़ा, पूर्व चेयरमैन नगर सुधार ट्रस्ट अमृतसर दिनेश बस्सी, संजय पोपली आई. ए. एस., मुख्य वणपाल प्रवीन कुमार, आई. एफ. एस. वनपाल विशाल चौहान, आई. एफ. एस., और अमित चौहान, आई. एफ. एस., डी. एफ. ओ. गुरअमनप्रीत सिंह, ठेकेदार हरमिन्दर सिंह हंमी, ए. आई. जी. अशीष कपूर, पी.पी.एस., जनरल मैनेजर पनसप नवीन कुमार गर्ग, जिला कमांडर पंजाब होम गार्डज़ निर्मला और पलटून कमांडर अनमोल मोती, ईटीओ सन्दीप सिंह और ठेकेदार तेलू राम, यशपाल और अजयपाल के विरुद्ध साल के दौरान अलग-अलग केस दर्ज करके गिरफ़्तार किया गया।
भ्रष्टाचार विरोधी एक्शन लाईन पर मिली 3,72,175 शिकायतें
आम लोगों के लिए मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार रोकथाम एक्शन लाईन सुविधा की सफलता के बारे अन्य विवरण सांझा करते हुये उन्होंने बताया कि पिछले साल कुल 3,72,175 शिकायतें प्राप्त हुई हैं, जिनमें से 6407 शिकायतें ऑडियो/वीडियो रिकार्डिंग समेत 294 शिकायतें विजीलैंस ब्यूरो के बारे प्राप्त हुई हैं। उन्होंने बताया कि प्राप्त हुई आनलाइन शिकायतों के आधार पर 26 नागरिकों, 27 पुलिस मुलाजिमों और 29 सिवल विभागों के कर्मचारियों के विरुद्ध 64 मुकद्दमे दर्ज किए गए जिसमें 89 व्यक्तियों को गिरफ़्तार किया गया।
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