अंधेरा होने की वजह से सड़क हादसों का केंद्र बनता जा रहा है पटेल नगर चौक
punjabkesari.in Saturday, Nov 23, 2019 - 04:24 PM (IST)

होशियारपुर (अमरेन्द्र): थाना मॉडल टाऊन के अधीन आते टांडा रोड पर बाजवा पेट्रोल पम्प के आगे से लेकर भंगी चो पुल तक रात के समय अंधेरा होने की वजह से अब पटेल नगर चौक सडक़ हादसों का केंद्र बनता जा रहा है। पटेल नगर चौक से पुल के बीच शायद ही ऐसा कोई रात होता हो जिस दिन यहां किसी ना किसी वाहनों का हादसाग्रस्त होता हो। हादसों का केंद्र बने इस चौक पर रात के समय रोशनी नहीं होने से इन हादसों पर रोक लगाने के लिए ठोस पहल होंने चाहिए ताकि आए दिन हो रहे हादसों पर अंकुश लग सके। इसी कड़ी में शुक्रवार देर रात पटेल नगर चौक पर पहले कार व जिप्सी के बीच टक्कर हुई वहीं थोड़ी ही देर बाद बेकाबू पॉपुलर से लदी ट्रैक्टर ट्राली के बीच सडक़ पर पलट जाने से सडक़ पर गिरे लकडिय़ों के ढेर की वजह से घंटों चक्काजाम सी स्थिति बन गई।
मौके पर पहुंची पुलिस ने करवाया ट्रैफिक बहाल
शुक्रवार देर रात पटेल नगर चौक पर बिखरे लकडिय़ों की वजह से ट्रैफिक जाम की सूचना मिलते ही थाना मॉडल टाऊन में तैनात एस.एच.ओ.विक्रम सिंह पुलिस पार्टी के साथ मौके पर पहुंच राहत कार्य में लोगों के साथ जुट गए। मौके पर मौजूद लोगों की सहायता से पहले ट्राली से ट्रैक्टर को निकाल सडक़ यातायात को बहाल करवाने के बाद उन्होंने लकड़ी के व्यापारियों से बात कर सडक़ पर गिरे पॉपुलर के लकडिय़ों को दूसरे ट्राली पर लदवा मंडी भेज दिया।
आखिर क्या है बढ़ते हादसों की वजह
बाजवा पेट्रोल पम्प के आगे से लेकर पुल तक स्ट्रीट लाईट नहीं होना, सडक़ के दोनों ही तरफ सफेदे के बड़े बड़े पेड़, ढलान वाली सडक़ पर तेज रफ्तार से दौड़ते वाहन, पुल से पहले जंगलात विभाग की तरफ जाने वाली सडक़ पर अंधे मोड़, सडक़ के किनारे सोल्डर न होना, मोड़ पर पेड़ व झाडिय़ां आदि खामियां सडक़ हादसों का कारण बनी हुई है।
हादसों पर रोक के लिए प्रशासन भी गंभीर नहीं
गौरतलब है कि बाजवा पेट्रोल पम्प से लेकर भंगी चो पुल तक कई हादसा होने के बाद भी इस सडक़ पर स्ट्रीट लाईट नहीं होने को ना तो प्रशासन और ना ही नगर निगम व पुलिस ने अभी तक गंभीरता से ले रही है। निगम के अधिकारियों का कहना है कि इस सडक़ के डैंजर जोन वाले आधी सडक़ पर तो बिजली के पोल ही नहीं है तो हम बिजली की सुविधा कैसे दें वहीं प्रशासनिक स्तर पर कहा जाता है कि यह सडक़ फोर लेन के अधीन नैशनल हाईवे का है। हैरानीवाली बात तो यह है कि रोजाना होने वाले इस तरह के हादसों से न तो वाहन चालक सबक ले रहे हैं और ना ही पुलिस व प्रशासन।