माहवारी बंद होने के उपरांत पेश आने वाली स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से न घबराएं

punjabkesari.in Monday, May 27, 2019 - 10:47 AM (IST)

जालंधर (रत्ता): इंडियन मीनोपॉज सोसायटी (आई.एम.एस.) की 2 दिवसीय नॉर्थ जोन कान्फ्रैंस रविवार को सम्पन्न हो गई। आई.एम.एस. जालंधर चैप्टर द्वारा स्थानीय होटल में आयोजित इस कॉन्फ्रैंस का औपचारिक उद्घाटन मुख्यातिथि महानगर की वरिष्ठ गायनोकोलॉजिस्ट डा. मलविन्द्र वंत कौर, आर्गेनाइजिंग चेयरपर्सन डा. सीमा पसरीचा, आर्गेनाइजिंग सैक्रेटरी डा. गुरप्रीत कौर, डा. सुकृति शर्मा बांसल, आई.एम.एस. जालंधर की चार्टर प्रधान डा. सुषमा चावला, डा. अमिता शर्मा, डा. एच.के. ओबराय, डा. सुरजीत कौर व अन्य सदस्यों ने ज्योति प्रज्वलित करके किया।

आई.एम.एस. जालंधर चैप्टर की प्रधान डा. सीमा पसरीचा ने सभी का स्वागत तथा कॉन्फ्रैंस में सहयोग देने वालों का आभार प्रकट किया। मुख्यातिथि डा. मलविन्द्र वंत कौर ने उपस्थिति को सम्बोधित करते हुए कहा कि ऐसी कॉन्फ्रैंस डाक्टरों के ज्ञान में वृद्धि करती है और उन्हें काफी कुछ नया सीखने को मिलता है। उद्घाटन समारोह में मंच संचालन डा. अर्पणा चोड्डा व डा. सुकृति बांसल ने किया।

कॉन्फ्रैंस के साइंटिफिक सैशन में वक्ताओं डा. सुधा शर्मा, डा. सी. अम्बुजा, डा. एच.के. चीमा, डा. यशोदरा प्रदीप, डा. मनिन्द्र आहुजा, डा. सुनीता गोयल, डा. आशिमा तनेजा, डा. शोभना मोहनदास, डा. आलोक शर्मा ने अलग-अलग विषयों पर बोलते हुए महिलाओं को माहवारी बंद होने के समय या बाद में पेश आने वाले स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं का इलाज की आधुनिक तकनीकी बारे विस्तारपूर्वक जानकारी दी और इस बात पर जोर दिया कि ऐसी स्थिति में महिलाओं को घबराना नहीं चाहिए क्योंकि इलाज के लिए चिकित्सा के क्षेत्र में कई आधुनिक तकनीकें उपलब्ध हैं। कॉन्फ्रैंस के अंत में आई.एम.एस. जालंधर की तरफ से वक्ताओं को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर देश के विभिन्न शहरों से आए डाक्टरों सहित लगभग 250 डाक्टर उपस्थित थे।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Bhupinder Ratta

Recommended News

Related News