जहां लागू हुए हैं नए ट्रैफिक रूल, वहां वाहनों के प्रदूषण सर्टीफिकेट बनाने को लगी लाइनें

punjabkesari.in Wednesday, Sep 11, 2019 - 10:31 AM (IST)

जालंधर(स.ह.): केंद्र सरकार द्वारा मोटर व्हीकल एक्ट में नए बदलाव लागू करने के बाद जिन राज्यों में इन नियमों को लागू किया गया है, वहां के वाहन चालकों में तो जैसे अपने वाहनों के कागजात पूरे करने में होड़ लगी हुई है। पहले जो लोग बिना किसी कागज के ही वाहन लेकर घूमते दिखाई देते थे, वे अब अपने वाहनों के कागजात बनाने के लिए सरकारी दफ्तरों में लाइनें लगाकर खड़े दिखाई दे रहे हैं। बात अगर वाहनों के प्रदूषण सर्टीफिकेट की करें तो चौपहिया वाहनों के प्रदूषण सर्टीफिकेट बनाने को लेकर तो फिर भी वाहन चालकों में कोई जागरूकता और गंभीरता दिखाई देती है पर दोपहिया वाहनों के मामले में प्रदूषण सर्टीफिकेट लेने वालों की गिनती अपने देश में 50 प्रतिशत भी नहीं थी।

जब से नए ट्रैफिक नियम लागू हुए हैं, तब से बहुत से राज्यों में दोपहिया वाहन चालकों में अपने मोटरसाइकिलों, स्कूटरों व स्कूटियों के प्रदूषण चैक सर्टीफिकेट बनाने के काम में तेजी आई है। प्रदूषण चैक सैंटरों के बाहर लंबी कतारें दिखाई दे रही हैं, जबकि पंजाब के लोग ट्रैफिक रूल को फालो करने में लापरवाही बरतते हैं। दिल्ली सहित अन्य राज्यों में लाखों लोगों ने पिछले कुछ दिनों में अपने दोपहिया वाहनों के प्रदूषण अंडर कंट्रोल सर्टीफिकेट लिए हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक रोजाना 12000 प्रदूषण कंट्रोल सर्टीफिकेट बनाए जाते थे पर नए ट्रैफिक रूल लागू होने के बाद गत शनिवार के दिन ही 55 हजार सर्टीफिकेट एक दिन में जारी हुए हैं। 

इतना ही नहीं गत दिवस तो सर्टीफिकेट लेने वालों की भीड़ इतनी बढ़ गई कि विभाग का सर्वर ही डाऊन हो गया। हालांकि जो प्रदूषण कंट्रोल सर्टीफिकेट 5 मिनट में बन जाता था, उसे अब 5 घंटे लगाकर भी मुश्किल से बना पा रहे हैं।  जानकार बताते हैं कि नए नियमों में प्रदूषण कंट्रोल सर्टीफिकेट का दिल्ली में जो पहले जुर्माना 1 हजार रुपए था वह अब 1 सितंबर से 10 हजार रुपए हो गया है। इसलिए लोग अपने वाहन का प्रदूषण कंट्रोल सर्टीफिकेट लेने के लिए भागे फिर रहे हैं।

लोग खुद सुधरें वर्ना कल को पछताएंगे: ए.सी.पी. ट्रैफिक
ए.सी.पी. ट्रैफिक एच.एस. भल्ला का कहना है कि अभी पंजाब में पुराने नियमों के तहत ही चालान काटे जा रहे हैं पर वह दिन दूर नहीं जब यहां नए नियम लागू हो जाएंगे। अभी प्रदूषण सर्टीफिकेट न होने पर दोपहिया वाहन का चालान 300 रुपए का है कल को जब यह 10 हजार रुपए का हो जाएगा फिर भी तो लोग प्रदूषण सैंटरों में भागेंगे ही। भल्ला ने कहा कि ट्रैफिक पुलिस प्रदूषण कंट्रोल विभाग के अधिकारियों के साथ मिलकर चैकिंग करके ध्वनि प्रदूषण फैलाने वालों पर शिकंजा कस रही है पर लोगों को खुद जागरूक होने की आवश्यकता है वर्ना कल को पछताना पड़ेगा।


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Edited By

Sunita sarangal

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