क्रशर मालिकों ने शिव सेना पंजाब के एक नेता पर गुंडागर्दी करने व महीना मांगने के लगाए आरोप
punjabkesari.in Sunday, Sep 22, 2019 - 08:47 AM (IST)
रूपनगर/श्री आनंदपुर साहिब(विजय): निकटवर्ती अगमपुर जोन के क्रशर मालिकों ने एकत्र होकर प्रैस कांफ्रैंस के दौरान शिव सेना पंजाब के एक नेता पर कथित गुंडागर्दी करने तथा महीना मांगने के गंभीर आरोप लगाए हैं। क्रशर मालिक एडवोकेट सतवीर सिंह, सुरेन्द्र पाल सिंह शाह स्टोन क्रशर, अशोक कुमार सुप्रीम क्रशर, भरत पाल सिगनोर क्रशर, अमन ढींडसा गुरु नानक क्रशर आदि ने कहा कि अगमपुर जोन में उनका तथा अन्य बहुत से लोगों के कानून अनुसार क्रशर चल रहे हैं, परंतु उक्त नेता अपने रुतबे का गलत इस्तेमाल करते हुए उन्हें धमका कर कथित तौर पर परेशान कर रहा है।
जब उसकी धमकियों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया तो उसने अगमपुर मेन सड़क से क्रशरों की तरफ जाती पी.डब्ल्यू.डी. की सड़क के बीच में पड़ती एक पुली पर अपना टिप्पर खड़ा कर रास्ता बंद कर दिया। जब उसे रास्ता खोलने को कहा गया तो उसने कहा कि यह टिप्पर तभी हटेगा, जब उसे कथित तौर पर 50 हजार रुपए महीना प्रति क्रशर दिया जाएगा एवं उसे रेत व बजरी नि:शुल्क दी जाएगी।क्रशर मालिकों ने बताया कि मामले संबंधी लिखित दख्र्वास्त उनके द्वारा श्री आनंदपुर साहिब के पुलिस थाने में देने के अलावा डी.सी. डा. सुमित जारंगल, आई.जी. अमित प्रसाद तथा जिला पुलिस प्रमुख स्वप्न शर्मा के ध्यान में यह मामला लाया गया है, परंतु पुलिस की तरफ से दूसरे दिन भी इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की गई।
इस कारण उनके वाहन खाली खड़े हैं, जिससे उन्हें भारी नुक्सान हो रहा है। उन्होंने मांग की कि उक्त नेता को प्रदान की गई सुरक्षा को वापस लिया जाए एवं उस पर जान-बूझकर सड़क बंद करने को लेकर सख्त कार्रवाई की जाए। इस मौके पर सैदपुर जोन से क्रशर मालिक महेन्द्र सिंह वालिया, रमेश चंद्र वर्मा व अजमेर सिंह मुख्य रूप से मौजूद थे।
क्या कहते हैं शिव सेना पंजाब के नेता
जब इस संबंध में शिव सेना पंजाब के नेता से बात की गई तो उन्होंने उन पर लगाए जा रहे आरोपों को नकारते हुए कहा कि उनका टिप्पर सामग्री भर कर उक्त मार्ग से निकल रहा था कि पुली पर आकर वह अचानक खराब हो गया। इसके कारण रास्ता बंद हो गया था, परंतु उसे ठीक करवाकर जल्द हटा दिया जाएगा।
क्या कहते हैं जिला पुलिस प्रमुख
जिला पुलिस प्रमुख स्वप्न शर्मा ने कहा कि यह मामला माइनिंग विभाग से संबंधित है और मामले संबंधी कोई परेशानी पेश आती है तो संबंधित विभाग के पास शिकायत की जाए। यदि माइनिंग विभाग द्वारा उन्हें लिखित तौर पर कार्रवाई के लिए कहा जाता है तो तुरंत बनती कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।