1800 क्विंटल गेहूं धोखाधड़ी ने लिया नया मोड़, जांच दौरान हुआ यह खुलासा
punjabkesari.in Tuesday, Sep 13, 2022 - 04:07 PM (IST)

अमृतसर (इंदरजीत): फूड सप्लाई विभाग के सरकारी गोदामों में 1800 क्विंटल गेहूं के मामले में एक नया मोड़ तब आया जब जांच के दौरान खुलासा हुआ है कि इंस्पेक्टर ने माल को गोदामों से बाहर निकाल कर उसमें हेराफेरी की है। पहले चर्चा थी कि सरकारी गोदामों से कम माल प्राप्त हुआ है। हालांकि 1800 क्विंटल गेहूं से छेड़छाड़ की गई है, लेकिन इसे गोदामों से कैसे निकाला गया? यह अभी भी रहस्य का विषय है। जिला फूड सप्लाई कंट्रोलर ने इस मामले में पुलिस को पहले ही सूचित कर दिया है और आरोपी पाए गए इंस्पेक्टर के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की अपील की है। विभागीय कार्रवाई करते हुए इंस्पेक्टर को कार्य से निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ ही जिला फूड सप्लाई कंट्रोलर मैडम संजोगीता ने अपने कार्य क्षेत्र को अमृतसर से दूर फिरोजपुर रेंज में तबदील कर दिया है।
जानकारी के अनुसार पिछले दिनों पता चला था कि अमृतसर जिला फूड सप्लाई विभाग के तहत सरकारी गोदाम से 1800 क्विंटल गेहूं के साथ छेड़छाड़ की गई है, जिससे जाहिर है कि गोदाम के अंदर माल कम होगा, लेकिन मामला यहीं खत्म नहीं होता। इस मामले में इंस्पेक्टर उनके साथियों ने सरकारी अनाज को गोदामों से सुरक्षित बाहर निकाल लिया। बाहर जाने के बाद इंस्पेक्टर डिपो होल्डरों को अनाज देने के बजाय कहीं बाहर से ही गायब हो गया। इस तरह के आरोप विभाग के अधिकारी लगा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि पंजाब सरकार द्वारा आटा-दाल योजना के तहत गरीबों को खोए हुए गेहूं का स्टॉक मुफ्त बांटा जाना था।
रहस्यमयी बनी इंस्पेक्टर की स्थिति
इस मामले का सबसे बड़ा पहलू यह है कि इस मामले में आरोपी इंस्पेक्टर कहां है और जिसके बारे में विभागीय अधिकारियों ने भी पुलिस को कार्रवाई की सिफारिश की है? यह एक रहस्य बना हुआ है। गोदाम में काम करने वाले कर्मचारियों ने बताया कि अगर उक्त इंस्पेक्टर की कोई गलती नहीं है तो वह आगे क्यों नहीं आ रहे हैं। विभाग के बाकी कर्मचारियों को भी डर है कि कहीं इस एक व्यक्ति के कारण की धांधली का नुकसान किसी निर्दोष कर्मचारी को न भुगतना पड़े।
जांच में बिना वजह परेशान हुए डिपो धारक
उल्लेखनीय है कि इस मामले में दूसरे शहर से आई फूड सप्लाई विभाग की टीम ने आनन-फानन में डिपो धारकों के बयान लेने शुरू कर दिए। इनमें 26 डिपो होल्डर्स के बयान दर्ज किए गए और उनकी वीडियोग्राफी की गई। डिपो धारकों की शिकायत है कि आरोपियों ने अनाज की खेप डिपो होल्डरों के ईमेल अकाउंट पर भेजी है, लेकिन डिलीवर नहीं हुई है। इस बात की पुष्टि जिला खाद्य आपूर्ति विभाग अमृतसर की कंट्रोलर मैडम संजोगिता ने भी की है। अब सवाल यह उठता है कि अगर माल गोदाम से निकल गया है और डिपो होल्डर के नाम से ई-वे बिल किया गया है, तो माल की मौजूदा स्थिति क्या है? क्योंकि... माल की इतनी बड़ी खेप को संभालना किसी भी आम अपराधी की ताकत के बाहर है।
इंस्पेक्टर के साथ बाहरी लोगों के होने की संभावना
विभागीय सूत्रों से पता चला है कि लापता 1800 क्विंटल गेहूं की कीमत करीब 40 लाख रुपए है। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि अगर कथित व्यक्ति ने इस माल को गायब करने की साजिश रची है, तो इस माल के वजन और आकार के कम से कम 18 ट्रक हैं। इतना बड़ी खेप उठाना किसी एक व्यक्ति का काम नहीं है। वहीं इस योजना में विभाग के किसी अन्य कर्मचारी या अधिकारी के शामिल होने की अभी कोई जानकारी नहीं है। इसका सीधा-सा मतलब है कि मुख्य आरोपी इंस्पेक्टर के अलावा बाहर से भी होंगे। इस मामले को लेकर जिला खाद्य आपूर्ति विभाग की कंट्रोलर संजोगीता का कहना है कि मामले की जांच में तेजी लाई जा रही है। जल्द ही नतीजे सामने आएंगे और आरोपी को पकड़ लिया जाएगा।
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