साढ़े 7 करोड़ का सोना बरामदगी ऑडियो मामले में दो ASI सस्पेंड

punjabkesari.in Sunday, Sep 01, 2019 - 10:41 PM (IST)

खन्ना (सुनील): पुलिस जिला खन्ना के नारकोटिक सैल खन्ना द्वारा करीब दो माह पहले नाके दौरान पकड़े करीब साढ़े सात करोड़ कीमत के सोना बरामदगी मामले में वायरल हुई ऑडियो संबंधी एसएसपी गुरशरणदीप सिंह ग्रेवाल ने सख्त एक्शन लेते हुए दो एएसआई लखवीर सिंह तथा जगजीवन राम को सस्पेंड करते हुए साथ ही इस मामले की विभागीय जांच शुरू कर दी है। इसकी पुष्टि भी एसएसपी ग्रेवाल ने की। उधर, इस ऑडियो ने पुलिस महकमे को हिला दिया है। यह ऑडियो शनिवार की शाम को सोशल मीडिया पर वायरल हुई और यह जंगल की आग की तरह हर व्हाट्स-अप ग्रुप, यू-टयूब तथा फेसबुक पर अपलोड हो गई। जिसके बाद पुलिस जिला खन्ना के एसएसपी ग्रेवाल ने एक्शन लेते हुए कार्रवाई की।

क्या है ऑडियो में  
3 मिनट 12 सेकेंड की वायरल हुए ऑडियो में हुई बातचीत 30 जून 2019 की है। इस दिन पुलिस जिला खन्ना के अधीन पड़ते थाना कोट चौंकी इंचार्ज जगजीवन राम, जिनके पास उस समय  नारकोटिक सैल का प्रभार भी था, ने चौंकी के पास नाका लगाया हुआ था। नाके दौरान नारकोटिक सैल के एएसआई लखवीर सिंह भी हाजिर थे। पुलिस की टीम ने सफेद रंग की सियाज गाडी को शक के आधार पर रोका था। इस कार में लुधियाना की एक नामवर ज्वेलरी शाप के मालिक तथा कर्मचारी सवार थे। जिनसे करीब 22 किलो 300 ग्राम सोना (कीमत करीब साढे सात करोड़) बरामद हुआ था। मौकेपर कोई कागजात न दिखाए जाने पर चौकी इंचार्ज ने कार्रवाई शुरू कर दी थी।  चौंकी प्रभारी जगजीवन राम ने इसकी सूचना सदर थाना प्रमुख, डीएसपी (नारकोटिक) और एसएसपी को भी दे दी थी। इसी दौरान नाके पर मौजूद एएसआई लखवीर सिंह के मोबाइल पर एसपी (आई) जसवीर सिंह का फोन आया था। जिन्होंने लखवीर को कहा कि जो सोने वाले बंदे पकडे हैं, वह उनके दोस्त का जीजा है। जब उन्होंने उनका (एसपी) नाम लिया था तो फोन पर बात क्यों नहीं की गई।  

लखवीर सिंह ने एसपी को कहा कि कार सवारों ने उन्होंने उनका (एसपी) नाम नहीं लिया। जिस पर एसपी जसबीर सिंह जगजीवन राम के साथ बात कराने के लिए कहते हैं। जब जगजीवन राम मोबाइल पकड़ते हैं तो एसपी की तरफ से कहा जाता है कि जबका तू चौंकी इंचार्ज लगा, नाका यहाँ ही ले गया....। जगजीवन की तरफ से कहा जाता है कि यह कौन सी कोई बुरी बात है जी, साथ ही नाका भी साहब के हुक्मों के साथ ही यहाँ गया है। फिर एसपी जगजीवन को सोना पकडऩे संबंधित सूचना न देने बारे कहते हैं तो जगजीवन कहते हैं कि उन्होंने डीएसपी को सूचित किया था और प्रोपर चैनल से ही सूचित कर रहे थे और आपको ही फोन करना था। इसी दौरान दोनों के बीच बहस छिड़ जाती है और जगजीवन राम फाल्तू न बोलने की बात कहते हुए वह अपने आपको गोली मारकर उनके नाम का सुसाइड नोट जेब में डालने की बात कहते हैं। इसके बाद में काल बंद कर दी जाती है।  इस घटना  के बाद जगजीवन राम को चौंकी इंचार्ज हटाकर पुलिस लाइन भी भेज दिया गया था, जो अभी तक भी वहीं पर हैं। 

क्या कहना है एसपी जसवीर सिंह का 
इस संबंध में जब एसपी जसवीर सिंह से बातचीत कीगई तो उन्होंने कहा कि बतौर एसपी (आई) उन्होंने नाके पर बरामदगी को लेकर जानकारी हासिल करने के लिए काल की थी। इसमें कोई गैर कानूनी या गलत बात नहीं की गई। मुलाजिमों की तरफ से ऑडियो वायरल करना महकमा विरोधी गतिविधि है।

क्या कहना है एसएसपी ग्रेवाल का
इस संबंध में जब एसएसपी गुरशरणदीप सिंह ग्रेवाल से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि मामला दो महीने पुराना है। तभी की ऑडियो है, जो उन्होंने सुन ली है। उस समय कार सवारों के पास सोने के बिल थे, इसलिए ही छोड़ा। इस संबंध में दोनों एएसआई के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है। साथ ही इस मामले की विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है।


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Mohit

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