पत्नियों को धोखा देने वाले NRI दुल्हों की अब खैर नहीं

punjabkesari.in Tuesday, May 29, 2018 - 11:49 AM (IST)

अमृतसर: विदेश जाने के सपने को लेकर कर्इ बार मां-बाप अपनी बेटियों का विवाह बिना किसी जांच पड़ताल के एन.आर.आर्इ के साथ कर देते हैं, जिसका खामियाजा लड़की को जिंदगी भर भुगतना पड़ता हैं। कुछ ऐसा ही मामला पंजाब का सामने आया है, जहां करीब 30 हजार लड़कियां विधवाओं का जीवन जीने को मजबूर है। ऐसे प्रवासी दूल्हों के पासपोर्ट रद्द करवाने और इन्हें भारतीय कानून के मुताबिक सजा दिलवाने के लिए रोजाना दर्जनों महिलाएं पासपोर्ट कार्यालय में पहुंच रही हैं। 

लुधियान निवासी पलविंदर कौर भी हुई है ऐसे धोखे का शिकार
ऐसी ही एक पीड़ित महिला पलविंदर कौर निवासी लुधियान ने बताया कि बहरीन में रहने वाला शिंदर सिंह साल 2016 में भारत (लुधियाना) आया और विदेश ले जाने की बात कहते हुए उससे शादी की। उसने बताया कि शिंदर 2017 में उसकी छोटी बहन की शादी में आया और 8 लाख रुपये की मांग रखी लेकिन उसके परिजन पैसा देने के हालात में नहीं थे तो वह वापिस लौट गया। इसके बाद वह उस पर तलाक के लिए  दबाव डालने लगा। एन.आर.आई. थाना में शिंदर सिंह के खिलाफ केस दर्ज करवाया गया, लेकिन अभी तक न तो उसके पति का पासपोर्ट ही रद्द किया गया और न ही उसे गिरफ्तार कर भारत भेजा गया।

क्या कहना है जगराओं निवासी सीमा का
वहीं दूसरी ओर जगराओं निवासी सीमा ने बताया कि करीब छह साल पहले लखबीर सिंह ने उसे अपने साथ विदेश ले जाने का लालच देकर उससे शादी की। शादी के बाद वह उसे मायके छोड़ यह कह कर विदेश चला गया कि जल्द ही उसके दस्तावेज बनवा कर उसे अपने साथ ले जाएगा। इसी दौरान उसने एक बेटी को जन्म दिया और अब 5 सालों से अपने प्रवासी पति का इंतजार कर रही है। अदालत ने पति को पी.ओ. करार दिया है।

विदेशी दूल्हों से पीड़ित महिलाओं ने इकट्ठा होकर अब नहीं नामक एसोसिएशन का गठन किया है ताकि विदेशी दूल्हों की करतूत को जग जाहिर किया जा सके।एसोसिएशन की प्रधान सतविंदर कहतीं हैं कि पासपोर्ट अधिकारियों की तरफ से उन्हें सहयोग नहीं दिया जा रहा। इस लिए अब उन्होंने इस तरह के मामलों को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के समक्ष उठाने का फैसला किया है ताकि दगाबाज दूल्हों को सबक सिखाया जा सके। 


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Anjna

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