अकालियों पर कैप्टन का पलटवारःहिसाब न जानने वाले अब मुझसे न पूछे हिसाब

punjabkesari.in Wednesday, Sep 18, 2019 - 08:25 AM (IST)

चंडीगढ़(अश्वनी): मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने कांग्रेस सरकार की उपलब्धियों पर अकालियों द्वारा लगाए जा रहे आरोपों पर उन्हें आड़े हाथ लेते हुए कहा कि हिसाब न जानने वाले मेरा हिसाब पूछ रहे हैं। उन्होंने कहा कि पूर्व अकाली- भाजपा सरकार की बुरी कारगुजारी के कारण अकाली नेताओं में हताशा व निराशा पाई जा रही है, वह उन्हें चुनौती देते हैं कि एक दशक तक शासन करने वाले गठबंधन के नेता अपनी सरकार की एक भी उपलब्धि बताएं। 

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उन्होंने कहा कि वास्तव में 2002 से 2007 तक कांग्रेस सरकार ने पंजाब को आर्थिक तौर पर मजबूत बनाया था परंतु अकाली दल ने सत्ता में आते ही आर्थिकता को तहस-नहस कर दिया। 10 वर्षों तक वह एक भी वायदे को पूरा नहीं कर सके जबकि कांग्रेस सरकार ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में किए गए अधिकांश वायदों को पूरा कर दिया है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने पिछले 30 महीनों में केंद्रीय स्कीमों व योजनाओं को प्रभावशाली ढंग से लागू किया है। 

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मुख्यमंत्री ने कहा कि अकाली दल ने पंजाब को नशों में धकेल दिया था जबकि कांग्रेस सरकार ने आते ही स्पैशल टास्क फोर्स बनाकर नशा तस्करों के खिलाफ 27,744 केस दर्ज करते हुए 33,622 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया तथा साथ ही बड़े पैमाने पर नशीले पदार्थ जब्त किए। नशा करने वाले 87,000 लोगों का 178 ओ.पी.डी. क्लीनिकों में उपचार किया जा चुका है। अकाली सरकार के शासनकाल के दौरान पंजाब आर्थिक तौर पर तबाह हो गया था जिससे चारों ओर बेरोजगारी फैल गई, परिणामस्वरूप अकाली नौजवानों को नशों में धकेलते रहे। कांग्रेस सरकार ने अल्पकाल में ही घर-घर रोजगार योजना शुरू करके 9 लाख नौकरियों के अवसर उपलब्ध करवाए हैं जो औसतन 1034 प्रतिदिन बनते हैं। पूर्व अकाली-भाजपा सरकार से मिले भारी वित्तीय संकट के बावजूद कांग्रेस सरकार ने किसानों का अब तक 4700 करोड़ का कर्जा माफ किया तथा महात्मा गांधी सरबत विकास योजना से 9.28 लोगों को लाभ पहुंचाया। 

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उन्होंने कहा कि अकाली-भाजपा सरकार ने केवल 31.4 लाख परिवारों के लिए 2 लाख का बीमा कवर दिया था जबकि उनकी सरकार ने 46 लाख परिवारों को 5-5 लाख का बीमा कवर दिया है। इसी तरह से राज्य में शिक्षा क्षेत्र में सुधार लाते हुए 4261 स्मार्ट स्कूल खोले गए तथा सभी को शिक्षा देने के लिए 12,921 प्री-प्राइमरी कक्षाएं शुरू की गईं। 6000 स्कूलों में अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा दी जा रही है। इसी तरह तंदरुस्त पंजाब के तहत खाद्य पदार्थों में होने वाली मिलावट को रोका गया तथा किसानों की 200 करोड़ की राशि बचाई गई क्योंकि किसानों की निर्भरता यूरिया पर 1 लाख टन तथा डी.ए.पी. खाद पर 46,000 लाख टन कम की गई। शहरी वातावरण सुधारने के लिए 298.5 करोड़ की राशि खर्च की गई। 


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