थैलेसीमिया से पीड़ित बच्चों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रही है पंजाब सरकार

punjabkesari.in Wednesday, Nov 02, 2022 - 03:50 PM (IST)

पटियाला (राजेश पंजौला) : जब से पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार आई है, थैलेसीमिया से पीड़ित बच्चों को बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है, बच्चों के साथ नए-नए प्रयोग किए जा रहे हैं। ताजा मामला आयरन चलेसन दवाओं का है। कई सालों से बच्चों को सिपला कंपनी की डैजीरोक्स दवा दी जा रही हैं परन्तु कुछ महीने पहले बंद करके नई कंपनी माइक्रोन की दवा भेज दी, जिसको बच्चों ने खाने से इनकार कर दिया। जब विभाग से अपील की कि यह दवाओं के साथ बच्चों को तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है तो उन्होंने कहा कि जिस कंपनी के टैंडर हमें सस्ते मिलेंगे, हम वही कंपनी की दवा भेजेंगे।

जब बच्चों ने नई दवा माइक्रोन खानी शुरू की तो सेहत विभाग ने फिर दवा बदल कर नई कंपनी बजाज की भेज दी, जिसे खाने के साथ बच्चों को साइड इफैक्ट का सामना करना पड़ रहा है और बच्चे दवा को खाने से गुरेज कर रहे हैं परन्तु जब विभाग से इस मामले में शिकायत की तो विभाग ने फिर हाथ खड़े कर दिए हैं और फिर वही रटा रटाया जवाब दे दिया है। इस दवा के साथ प्रभावित बच्चों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है और उनको सिपला कंपनी की दवाएं बाजार से महंगे भाव खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।

पटियाला थैलेसीमिक चिल्ड्रेन वैल्फेयर एसोसिएशन के प्रधान विजय पाहवा ने कहा कि पंजाब सरकार की तरफ से थैलेसीमिया से पीड़ित बच्चों की सेहत के साथ खिलवाड़ करते हुए लगातार प्रयोग किए जा रहे हैं और उनकी जान के साथ खेला जा रहा है। बेशक सरकार को सस्ते दवाएं खरीदने का अधिकार है परन्तु उन्होंने दवाओं की गुणवत्ता की तरफ ध्यान देने की सलाह दी। प्रत्येक राज्य की तरह पंजाब में भी वही दवाएं अस्पतालों में भेजी जाएं जो बच्चों के डाक्टर की डिमांड और बच्चों की सेहत पर अनुकूल हों।


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Vatika

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