Punjab में ''मौत का कोहरा''! ये हैं वो 5 Chowks जहां यमराज करते हैं आपका इंतज़ार
punjabkesari.in Thursday, Nov 27, 2025 - 05:31 PM (IST)
नाभा(भूपा): रोहटी पुल बाइपास, सर्कुलर रोड, बौड़ां गेट, भवानीगढ़ फ्लाईओवर और मलेरकोटला चुंगी चौक सर्दी के मौसम में धुंध पड़ने पर बहुत खतरनाक साबित होते हैं। इन सभी चौराहों पर हर साल सर्दियों के दौरान कई सड़क हादसे होते हैं, इसलिए वाहन चालकों की मामूली सावधानी कई लोगों की जान बचा सकती है।
इस संबंध में कोतवाली के युवा इंचार्ज इंस्पैक्टर सर्बजीत सिंह चीमा, सदर थाना इंचार्ज इंस्पैक्टर जसविंदर सिंह खोखर और थाना भादसों प्रमुख गुरप्रीत सिंह हांडा ने कहा कि सर्दी धीरे-धीरे बढ़ रही है और आने वाले दिनों में इलाके में घनी धुंध पड़ना स्वाभाविक है। नाभा पुलिस ने डी.एस.पी. ओम्लिपियन मनदीप कौर चीमा की अगुवाई में धुंध के दौरान सड़क हादसों को रोकने के लिए विशेष तैयारियां शुरू कर दी हैं। हालांकि लोगों को इन मुश्किल दिनों में बेहद सतर्क और सावधान रहना आवश्यक है।
तीनों इंस्पैक्टरों ने कहा कि नाभा पुलिस इस संबंध में विशेष प्रबंध करेगी और जन-जागरूकता बढ़ाने के लिए अभियान भी चलाएगी। अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करके हम दूसरों की सुरक्षा में भी योगदान दे सकते हैं। लापरवाही न केवल हमारी अपनी जान को बल्कि दूसरों की जान को भी खतरे में डाल सकती है। आने वाले दिनों में घनी धुंध के कारण सड़कों पर विजिबिलिटी 10 से 50 फीट तक रह जाती है। दूर से आती गाड़ियों को न देख पाने के कारण अनेक दुर्घटनाएं होती हैं। ऐसे में ट्रैफिक नियमों का पालन करना हादसों को रोकने में सहायक हो सकता है, इसलिए ट्रैफिक पुलिस को राष्ट्रीय राजमार्गों पर नियम तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।
इंस्पैक्टरों ने कहा कि धुंध या रात के समय हमेशा लो-बीम हेडलाइट का उपयोग करना चाहिए, क्योंकि हाई-बीम धुंध में काम नहीं करती। फॉग लाइटों का सही उपयोग सुनिश्चित करें। सभी वाहन खासकर भारी वाहन उच्च गुणवत्ता वाले रिफ्लैक्टिव टेप से लैस होने चाहिए ताकि वे दूर से दिखाई दें। आगे चल रहे वाहन से पर्याप्त दूरी बनाए रखें ताकि ब्रेक लगाने के लिए समय मिले और पीछे आने वाला वाहन भी आपकी गति को समझ सके। कम विजिबिलिटी होने पर धीमी गति से चलें और अपनी लेन में रहें। लेन मार्किंग का पालन करें और धीमे वाहन साइड लेन का उपयोग करें।
उन्होंने बताया कि नाभा और भादसों थाना क्षेत्रों की सभी चौकियों के प्रभारी और ट्रैफिक इंचार्ज को ट्रैफिक नियमों को सख्ती से लागू करने के निर्देश दिए जा रहे हैं। सामाजिक संगठनों को भी अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए। सड़कों पर फ्लैक्स लगाकर जागरूकता फैलाने और शैक्षणिक संस्थानों में सैमीनार आयोजित कर विद्यार्थियों को ट्रैफिक नियमों के बारे में जागरूक करना चाहिए। जनसहयोग से ही लोगों को हर तरह की सुरक्षा प्रदान की जा सकती है।
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