कोरोना वायरस: देश में वैंटीलेटर की कमी को दूर करेगी CU की खोज

punjabkesari.in Monday, Apr 06, 2020 - 01:51 PM (IST)

मोहाली (नियामियां): विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यू.एच.ओ.) के आंकड़ों के अनुसार भारत में रोगियों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है, लेकिन भारत के स्वास्थ्य देखभाल संस्थानों में केवल  48,000 वैंटीलेटर हैं। वर्तमान में ऐसी स्थिति में यदि देश में रोगियों की संख्या में वृद्धि होती है, तो देश की जनसंख्या के अनुसार यह बहुत चिंताजनक विषय है। वैंटिलेटर्स की कमी को पूरा करने के लिए चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के अनुसंधान और विकास विभाग ने अल्ट्रा आधुनिक 3डी प्रिंटिंग तकनीक की मदद से अनूठी खोज की है। 3डी प्रिंटिंग की सहायता से 2, 3 तथा 4 तरफा वैंटिलेटर सिप्लिटर से देश में वैंटिलेटर की पूर्ति करते हुए कम समय में 4 गुना मरीजों का इलाज किया जा सकता है।

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एक वैंटीलेटर से दो से चार गुना रोगियों का इलाज होता है
डिवाइस के निर्माता और यूनिवर्सिटी के अनुसंधान और विकास विभाग में सहायक प्रोफेसर और रिसर्च स्कॉलर, रण विजय कुमार ने कहा कि उन्होंने सैंटर फॉर यूनिवर्सिटी में टेक्नोलॉजी बिजनेस इनक्यूबेटर (टी.बी.आई.) सैंटर में  2, 3 तथा 4 तरफा वैंटिलेटर सिप्लिटर का निर्माण किया है। उन्होंने कहा कि 3-डी वैंटिलेटर सिप्लिटर का निर्माण स्वास्थ्य देखभाल एजेंसियों के मापदंडों के अनुसार किया गया है। उन्होंने बताया कि वैंटिलेटर सिप्लिटर एक ऐसा उपकरण है, जो एक समय में दो से चार रोगियों के फेफड़ों को आवश्यक ऑक्सीजन पहुंचाने में मदद करता है।
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एक वैंटिलेटर की मदद से दो से चार गुना रोगियों का इलाज किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि यह हर मरीज की जरूरत के अनुसार ऑक्सीजन की आपूर्ति करेगा, जैसे कि एक रोगी युवा और दूसरा बुजुर्ग, इसलिए बुजुर्गों को अधिक ऑक्सीजन की आवश्यकता के अनुसार ऑक्सीजन की सप्लाई करेगा। इसमें ऑक्सीजन के प्रवाह को नियंत्रित करने की भी व्यवस्था की गई। चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के चांसलर स. सतनाम सिंह संधू ने कहा कि पूरी दुनिया कोरोना वायरस के प्रकोप से बुरी तरह से ग्रस्त है, ऐसे में बचाव कार्यों के साथ-साथ अनुसंधान कार्य की भूमिका महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि देश की सभी खोज संस्थानों व संस्थाओं को ऐसी खोज के लिए बड़े पैमाने पर कार्य करने के लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की ओर से कोरोना वायरस संबंधी खोज कार्यों के लिए विशेष बजट का प्रावधान किया गया है।


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