आखिर क्यों 2 महीनों से आई.सी.पी. अटारी बॉर्डर पर फंसा है करोड़ों का ड्राई फ्रूट

punjabkesari.in Wednesday, Dec 15, 2021 - 10:19 AM (IST)

अमृतसर(नीरज): आई.सी.पी. अटारी बॉर्डर पर प्लांट कोरनटीन विभाग की तरफ से डाले गए अडंगे के कारण दो महीनों से अफगानी ड्राई फ्रूट का आयात करने वाले व्यापारियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। एक तो कोरनटीन विभाग ड्राई फ्रूट को क्लीयर नहीं कर रहा है। ऊपर से व्यापारियों को हर रोज लाखों रुपयों का डैमरेज पड़ रहा है। इस संबंध में द फैडरेशन ऑफ करियाना एंड ड्राई फ्रूट कमर्शियल एसोसिएशन के प्रधान व ऑल इंडिया ड्राइडेट एसोसिएशन के महासचिव अनिल मेहरा व जसपाल सिंह के शिष्टमंडल की तरफ से केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर को मिलकर ज्ञापन दिया गया और इस समस्या का स्थायी समाधान निकालने की अपील की गई।

व्यापारियों ने बताया कि कैसे प्लांट कोरनटीन विभाग उनके साथ धक्केशाही कर रहा है और करोड़ों रुपयों का ड्राई फ्रूट रोककर बैठा हुआ है, जिससे उनका माल तो डंप पड़ा ही है, वहीं हर रोज डैमरेज (गोदामों में पड़े माल पर जुर्माना) भी पड़ रहा है। अनिल मेहरा ने बताया कि भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ के माध्यम से कृषि मंत्री तोमर ने व्यापारियों की सारी व्यथा गंभीरता से सुनी है व इस समस्या का स्थायी समाधान निकालने का आश्वासन दिया है।

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महीनों बाद शुरू हुआ है आई.सी.पी. पर ट्रकों का आवागमन
आई.सी.पी. अटारी बॉर्डर पर होने वाले आयात-निर्यात व ट्रकों के आवागमन की बात करें तो पता चलता है कि कई महीनों के इंतजार के बाद आई.सी.पी. अटारी बॉर्डर पर ट्रकों का आवागमन शुरू हुआ, क्योंकि पाकिस्तान के साथ कारोबार बंद होने के बाद अफगानिस्तान से सर्दी के दिनों में ट्रक आते हैं और इसमें ड्राई फ्रूट लदा होता है लेकिन प्लांट कोरनटीन विभाग ने इसमें भी अड़ंगा डाल रखा है, जिससे करोड़ों रुपयों का ड्राई फ्रूट आई.सी.पी. पर फंस गया है और उसको क्लीयरैंस नहीं मिल रही है। प्लांट कोरनटीन विभाग का नियम है कि अफगानिस्तान से आने वाले ड्राई फ्रूट को मिथाइल प्रोमाइड कैमिकल से स्प्रे किया जाए, ताकि ड्राई फ्रूट में यदि किसी प्रकार का कीड़ा वगैरा हो तो खत्म हो जाए, लेकिन अफगानिस्तान की सरकार इस कैमिकल का प्रयोग नहीं करती है, क्योंकि विश्व स्वास्थ्य संगठन की तरफ से इस कैमिकल का ड्राई फ्रूट पर स्प्रे करना मनुष्य की सेहत के लिए खतरनाक माना जाता है, हालांकि आई.सी.पी. पर आने वाले अफगानी ड्राई फ्रूट को बकायदा प्लांट कोरनटीन विभाग की तरफ से मिथाइल प्रोमाइड कैमिकल का स्प्रे किया जाता है और दो दिन माल को रखने के बाद इसको क्लीयरैंस दी जाती है।

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भारत सरकार ने दी थी 31 अक्तूबर तक की छूट
मिथाइल कैमिकल के स्प्रे के बिना आई.सी.पी. अटारी पर आने वाले अफगानी ड्राई फ्रूट की क्लीयरैंस के लिए भारत सरकार ने 31 अक्तूबर तक की छूट दे रखी थी, जो खत्म हो चुकी है। अफगानिस्तान से दोस्ताना संबंध कायम रखने के लिए सरकार की तरफ से तीन-तीन महीने के बाद यह छूट बढ़ाई जा रही थी, लेकिन इस बार यह छूट नहीं बढ़ाई गई है, जिससे आई.सी.पी. पर ड्राई फ्रूट को क्लीयरैंस नहीं मिल रही है।

डैमरेज चार्ज लगाना भी गलत
आई.सी.पी. पर अटारी बॉर्डर अफगानिस्तान से आए ड्राई फ्रूट को पिछले दो महीनों से क्लीयरैंस नहीं मिली है जिससे डंप पड़े ड्राई फ्रूट पर आयातकों को हर रोज लाखों रुपयों का डैमरेज चार्ज लग रहा है और व्यापारियों में भारी रोष पाया जा रहा है, क्योंकि इसमें व्यापारियों की कोई गलती नहीं है। यदि अफगानिस्तान सरकार मिथाइल प्रोमाइड का स्प्रे नहीं करती है तो यह दोनों देशों का आपसी मामला है, लेकिन ड्राई फ्रूट आयातकों को इससे भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है।

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अमरीका ने भी लगा रखा है मिथाइल प्रोमाइड पर प्रतिबंध
मिथाइल प्रोमाइड का ड्राई फ्रूट पर स्प्रे करना खतरनाक है कई देशों में यहां तक कि अमरीका में भी इस कैमिकल का प्रयोग नहीं किया जाता है, लेकिन भारत सरकार अफगानी ड्राई फ्रूट पर इस कैमिकल का प्रयोग करने के लिए अफगानी सरकार को मजबूर कर रही है, जिससे व्यापारियों को आर्थिक नुकसान हो रहा है। यदि अमेरिका व अन्य देश इस कैमिकल पर बैन लगा चुके हैं तो भारत सरकार इसका प्रयोग क्यों कर रही है यह भी एक बड़ा सवाल बना हुआ है।

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Content Writer

Sunita sarangal

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