CM मान ने मंगवाई सिद्धू सहित रिहा होने वाले कैदियों की फाइल, इस दिन हो सकता है फैसला

punjabkesari.in Tuesday, Jan 24, 2023 - 03:17 PM (IST)

जालंधर (नरेन्द्र मोहन): पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने 26 जनवरी गणतंत्र दिवस पर राज्य की जेलों में रिहा किए जाने वाले कैदियों की फाइल अपने पास मंगवा ली है। इन प्रस्तावित रिहा किए जाने वाले 52 कैदियों में कांग्रेस के नेता नवजोत सिंह सिद्धू की फाइल भी शामिल है। जेल विभाग मुख्यमंत्री के पास है इसलिए मुख्यमंत्री ने जेल विभाग के तमाम अधिकारियों को इस मामले में अपना मुंह बंद रखने की सख्त हिदायत जारी कर दी है। मंत्री भी इस मामले पर मूक बने हुए है। सूत्र बताते हैं कि मुख्यमंत्री कैदियों को रिहा करने के मामले पर अपना फैसला गणतंत्र दिवस वाले दिन दे सकते हैं, जबकि विभाग के अधिकारियों का ऐसा प्रभाव है कि रिहाई की फाइलें अब ठंडे बस्ते में जा सकती है।

केंद्र सरकार की आजादी का अमृत महोत्सव योजना के चलते अच्छे चाल चलन वाले कैदियों की रिहाई उनके वक्त से 6 माह पहले तक हो सकती है। केंद्र सरकार द्वारा जारी की गई एडवाइजरी और निर्देशों के मुताबिक इसके लिए किसी भी राज्य सरकार को मंत्रिमंडल की अनुमति अथवा राज्यपाल की अनुमति की आवश्यकता नहीं है, बल्कि जेल विभाग के मंत्री अथवा मुख्यमंत्री अपने स्तर पर ही इस बारे में कोई ऐलान कर सकते हैं। नवजोत सिद्धू की रिहाई होगी अथवा नहीं इस बात को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है। नवजोत सिद्धू को एक वर्ष की सजा मिली हुई है, जिसके चलते उन्हें अभी 4 माह की सजा और काटनी है। सिद्धू की रिहाई को लेकर जहां कांग्रेस के भीतर भी घमासान जैसी स्थिति बन रही है, वहीं पंजाब में सत्ताधारी आम आदमी पार्टी भी इस मामले पर अलग अलग विचारधारा पर है।  

नवजोत सिद्धू के संबंध पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के साथ मधुर रहे हैं, परन्तु सूत्रों की माने तो कांग्रेस का बदल आम आदमी पार्टी बन रही है और नवजोत सिद्धू के बाहर आने के बाद अन्य पार्टियों के साथ-साथ नवजोत सिद्धू आम आदमी पार्टी को राजनीतिक रूप से निशाना बनाएंगे। सूत्र बताते हैं कि हालांकि नवजोत सिद्धू को समय से पहले रिहा करने का अधिकार मुख्यमंत्री के पास है, परंतु इस बारे में वह आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी अवगत करवा चुके हैं और इस बारे में अभी तक कोई स्पष्ट निर्णय नहीं हुआ। इधर जेल विभाग ने केंद्र सरकार की आजादी का अमृत महोत्सव की योजना के चलते उन सभी कैदियों की सूचियां तैयार की थी जो इस योजना के चलते रिहाई के दायरे में आते हैं और नवजोत सिद्धू उन्हीं में एक है। नवजोत सिद्धू की रिहाई होगी अथवा नहीं इसको लेकर चर्चाएं चल रही हैं और सरकार का मानना है कि इससे राज्य सरकार के पक्ष पर भी प्रभाव पड़ रहा है। मुख्यमंत्री ने जेल विभाग के अधिकारियों को निर्देश जारी करके इस बारे में कोई भी जानकारी बाहर देने अथवा मीडिया को देने पर सख्ती से रोक दिया है। जेल विभाग की इस संदर्भ में कोई बैठक भी अभी तक नहीं तय की गई। जेल विभाग के सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री भगवंत मान गणतंत्र दिवस की सुबह ही इस बारे में कोई निर्णय ले सकते हैं।

दूसरी ओर सिद्धू की रिहाई को को लेकर चली कशमकश के बीच उनके समर्थकों ने सिद्धू की रिहाई की उम्मीद में उनके स्वागत की तैयारियां भी करनी शुरू कर दी है। कांग्रेस के नेता लाल सिंह, समाना से पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह ने बकायदा इसके लिए होर्डिंग बनवाकर लगा दिए हैं और सभी कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से 26 जनवरी को सुबह 11:00 बजे पटियाला जेल के करीब पहुंचने के लिए कहा गया है, ताकि संभावित रिहा होने वाले नवजोत सिद्धू का जोर शोर से स्वागत किया जा सके। लुधियाना में भी नवजोत सिद्धू की संभावित रिहाई को लेकर कोडिंग लगाए जा चुके हैं।

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News Editor

Kalash

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