संत सीचेवाल के प्रयासों से मस्कट में बेची लड़की वापस पहुंची घर, सुनाई आपबीती

punjabkesari.in Sunday, Apr 23, 2023 - 01:31 PM (IST)

सुल्तानपुर लोधी: रूपी नाम की एक लड़की जो पिछले 1 महीने से मस्कट, ओमान में फंसी हुई थी, गत दिन देर शाम दिल्ली अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंची। कपूरथला जिले में रहने वाले रूपी के पिता साधु राम ने कहा कि उनकी बेटी मार्च में वहां घरेलू काम करने गई थी, लेकिन वहां पहुंचते ही एजैंट ने उसे बेच दिया, जिसकी जानकारी उन्हें खुद रूपी ने दी थी। साधू सिंह ने कहा कि इसके बारे में वे पर्यावरण विद् और राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल से मिले थे और उनसे रूपी को वापस लाने के लिए मदद मांगी थी। जिनके प्रयास से एक सप्ताह के अंदर उनकी बेटी अपने घर पहुंच सकी। उन्होंने कहा कि रूपी के घर पहुंचने पर सबसे पहले वह उसे संत सीचेवाल का आशीर्वाद लेने के लिए निर्मल कुटिया ले गए।

इस अवसर पर निर्मल कुटिया सुल्तानपुर लोधी पहुंची रूपी ने बताया कि घर में आर्थिक तंगी के चलते वे 1 माह पहले अपनी चचेरी बहन के बुलावे पर मस्कट गई थी, लेकिन वहां उसकी बहन ने घरेलू काम करने का झांसा देकर उसे बहला फुसला कर फंसा दिया था। जहां वहां के एजैंट ने उसका पासपोर्ट ले लिया और उसे बेच दिया। उन्होंने कहा कि उन्हें कई दिनों तक वहां कमरे में बंद रखा गया और उन्हें खाना तक नहीं दिया गया, जिससे वह बीमार पड़ गईं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।

उसने बताया कि उसने वहां बीमारी के कारण अपनी लाचारी जाहिर की और वापस घर जाने की इच्छा जताई, लेकिन उसे वह बीमार होने के बावजूद भी काम कराया जा रहा था। उसके पिता साधु राम ने कहा कि वह और उसकी पत्नी विकलांग हैं और उनके घर की स्थिति भी काफी नाजुक है। उन्होंने कहा कि रूपी से उसके चाचा की बेटी ने संपर्क किया था जो लंबे समय से वहां है। उनके द्वारा मस्कट, ओमान में काम करने के लिए आमंत्रित किया गया था। उन्होंने कहा कि हमने अपनी बेटी को उस पर भरोसा करके वहां भेजा था लेकिन उसी ने हमें धोखा दिया। उन्होंने कहा कि जब रूपी वहां बीमार हो गई थी तो वो उसे देखने तक भी नहीं गई और जब उन्होंने उसे वापस भेजने का अनुरोध किया तो उसने उनसे पैसे की मांग करने लगी। 

जानकारी देते हुए संत सीचेवाल ने कहा कि बड़े दुख की बात है कि पैसे के लालच में लोग अपना जमीर बेचकर अपनी इंसानियत भूल रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब उन्हें पता चला कि विकलांग परिवार की एक लड़की को इस तरह से धोखा दिया गया है, तो उन्होंने मामले को लेकर पहल के आधार पर विदेश मंत्रालय को एक पत्र लिखा और उनसे रूपी को जल्द से जल्द भारत लाने का आग्रह किया, जिसके बाद विदेश मंत्रालय ने तुरंत एक्शन लिया और रूपी 1 हफ्ते में वापस आ गई।

उन्होंने विदेश मंत्रालय और उसके अधिकारियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि उनका रूपी को मीडिया के सामने लाने का एक ही मकसद है कि उसे देखकर दूसरे परिवारों और लड़कियों को बच सके। उन्होंने कहा कि एक गरीब परिवार को यह नहीं पता होता है कि कैसे विदेशों के नाम पर उनके साथ धोखा किया जा रहा है और कैसे उन्हें या उनकी बेटियों को झूठे दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करवाकर फंसाया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि कुछ पैसों के लिए गरीब घरों की लड़कियों को ट्रैवल एजैंटों द्वारा रसोई का काम या ज्यादा पैसे देकर अरब देशों में बेचा जा रहा है, जहां उनका शोषण किया जा रहा है। उन्हें कमरे में बंद कर पीटा जा रहा है। उन्होंने विदेश मंत्री से ऐसे ट्रैवल एजैंटों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की जो लड़कियों की आर्थिक गरीबी का फायदा उठाकर उन्हें झांसा देकर फंसा रहे हैं।

मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करेंगे

संत सीचेवाल ने कहा कि वे आम घरों की लड़कियों के साथ हो रही धोखाधड़ी के बारे में भी मुख्यमंत्री से बात करेंगे और पत्र लिखकर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करेंगे, ताकि ऐसे ट्रैवल एजैंटों पर रोक लगाई जा सके। संत सीचेवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि अब तक किए गए प्रयासों से अरब में फंसी कई लड़कियां विदेश मंत्रालय के सहयोग से सकुशल भारत लौट आई हैं।

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News Editor

Urmila

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