पंजाब में भीषण गर्मी ने बिजली की खपत के तोड़े रिकार्ड, चिंता में पावरकॉम के अधिकारी

punjabkesari.in Sunday, May 26, 2024 - 12:37 PM (IST)

लुधियाना : मौजूदा समय दौरान आग उगल रही गर्मी के कारण बिजली की मांग में भारी बढ़ोतरी हुई है ऐसे में बिजली की बढ़ती डिमांड और बरसात नहीं होने के कारण पावर कॉम विभाग के अधिकारियों के टैंशन लगातार बढ़ती जा रही है। शरीर को झुलसा देने वाली गर्मी के बीच बिजली की खपत के पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। हालात ये बने हुए हैं कि पंजाब के कई इलाकों में पारा (तापमान) 46 डिग्री के पार चुका है और फिलहाल बरसात पड़ने के कोई असर दिखाई नहीं दे रहे हैं। ऐसे में लोकसभा चुनाव सहित राज्य में धान की बिजाई का सीजन सिर पर खड़ा हुआ है जबकि आसमान से आग बरसा रही भयानक गर्मी के बीच बिजली की डिमांड के मुताबिक पैदावार नहीं होने के कारण पंजाब के कई इलाकों में बिजली के लग रहे अघोषित कट लोगों के जले पर नमक छिड़कने का काम कर रहे हैं।

ऐसे में आने वाले दिनों में पंजाब भर में धान की बिजाई का सीजन शुरू होने पर हालात और भी ज्यादा भयानक हो सकते हैं । अब अगर बात की जाए वर्ष 2023 के मुकाबले वर्ष 2024 मई महीने दौरान बिजली की बढ़ी डिमांड की तो इसमें करीब 25 फीसदी की भारी बढ़ौतरी हुई है जबकि अप्रैल महीने में भी पिछले साल के मुकाबले बिजली की मांग में हुई 10 फीसदी तक की भारी बढ़ौतरी देखने को मिली है, ऐसे में अगर मौसम ने साथ नहीं दिया तो पावर कॉम विभाग के अधिकारियों द्वारा पंजाब की जनता को 24 घंटे निर्विघ्न बिजली की सप्लाई देने संबंधी किए गए दावों की पोल खुलने में अधिक समय नहीं लगेगा।

पावरकॉम द्वारा जारी किए गए आंकड़ों पर नजर दौड़ाई जाए तो विभाग द्वारा पिछले साल मई महीने में 10386 मैगावाट के मुकाबले मौजूदा साल रोजाना 14514 मैगावाट बिजली की सप्लाई की है जो कि पिछले साल के मुकाबले 40 फीसदी तक अधिक है।

वहीं मौजूदा वर्ष के अप्रैल महीने में भी अधिक से अधिक सप्लाई 10011 मैगावाट रही जबकि अप्रैल वर्ष 2023 में बिजली की सप्लाई का यह आंकड़ा 8143 मैगावाट रहा। यहां इस बात का जिक्र करना भी अनिवार्य होगा कि औद्योगिक शहर लुधियाना में कई बड़ी इंडस्ट्रीज एवं औद्योगिक घराने स्थापित है जो कि इंडस्ट्री को बिजली की उचित आपूर्ति नहीं मिलने के कारण समय-समय पर अपना विरोध जताते रहते हैं। यहां ऐसा नहीं है कि पंजाब में धान की बिजाई करने एवं गर्मियों का सीजन पहली बार या फिर अचानक आया हो और इस दौरान बिजली की डिमांड एक एक बड़ी है। बल्कि इस बात को पावर कॉम विभाग के अधिकारी भली भांति जानते हैं कि राज्य में धान की बिजाई एवं गर्मियों के दिनों में बिजली की मांग हर साल बढ़ जाती है तो फिर क्यों नहीं अधिकारियों द्वारा समय रहते ही इस अहम मसले पर गौर किया गया, यह एक बड़ा सवाल है।

हालांकि इस सबके बीच विभागीय अधिकारियों द्वारा सर्दियों के दिनों में बरसात कम होने का हवाला दिया जा रहा है वहीं मौजूदा समय दौरान भी मानसून लेट होने के कारण बरसात नहीं होना बिजली की लगातार बढ़ती डिमांड का मुख्य कारण माना जा रहा है। ऐसे में अगर आने वाले दिनों में पंजाब में बरसात पड़ने के कारण मौसम में बदलाव आता है तो तापमान कम होने के चलते बिजली की डिमांड में सुधार होने पर जहां आम जनता सहित पावर कॉम विभाग के अधिकारियों को कुछ राहत मिल सकती है, वहीं किसानों के खेतों में लगाई जाने वाली धान की फसल को भी आसमान से गिरने वाले कुदरती पानी का लाभ मिलेगा।

काबिले गौर है कि पंजाब स्टेट पावर कारपोरेशन के अधिकारियों द्वारा पिछले करीब 3 महीनों के दौरान लुधियाना जिले में बिजली की पैदावार बढ़ाने के लिए करोड़ों रुपए के नए प्रोजैक्ट लगाए गए हैं जिसके कारण अधिकतर इलाकों में लगी इंडस्ट्री, कारोबारियों, व्यापारियों एवं घरेलू उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिली है।

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News Editor

Kalash

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