70 साल में पहली बार: CM भगवंत मान पहुंचे खेतों में, गांववालों से की सीधी बातचीत

punjabkesari.in Sunday, Jul 27, 2025 - 11:22 PM (IST)

लिबड़ा/समराला (लुधियाना)  (सहगल):  पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज जब लिबड़ा,समराला क्षेत्र के खेतों का दौरा किया, तो गांववासियों की हैरानी की कोई सीमा नहीं रही। उन्होंने कहा कि पिछले 70 वर्षों में पहली बार ऐसा ऐतिहासिक क्षण देखने को मिला है, जब सूबे का मुखिया स्वयं लोगों के बीच, खेतों में पहुंचा और उनसे सीधे प्रमुख मुद्दों पर चर्चा की।

गांववासियों ने मुख्यमंत्री का नहर के पानी की नियमित आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए विशेष धन्यवाद किया। मुख्यमंत्री ने भी इसे गांवों में पहली बार हुआ एक ऐतिहासिक और अद्वितीय अनुभव बताया। उन्होंने कहा कि नहर के पानी की उपलब्धता और बिजली की नियमित सप्लाई ने धान की खेती को सफल बनाया और किसानों की समस्याओं को काफी हद तक हल किया है।


किसानों ने यह भी बताया कि उन्होंने अब अपने जनरेटर बेच दिए हैं क्योंकि नहर के पानी की उपलब्धता के चलते अब उनकी आवश्यकता नहीं रही। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि पिछले 70 वर्षों में किसी ने भी ऐसा नहीं किया। उन्होंने कहा कि भगवंत सिंह मान ने कई ऐतिहासिक कदम उठाए हैं, जिनमें नशे की महामारी पर सख्ती से अंकुश लगाना और प्रभावशाली नेताओं को सलाखों के पीछे पहुंचाना शामिल है।


इससे पहले मुख्यमंत्री ने गांव बुरजी 4500 खब्बा पायल से गांव बौंदली के बलविंदर सिंह पुत्र हरमिंदर सिंह के खेतों को नहर का पानी पहुंचाने की योजना का उद्घाटन किया। बौंदली, बोंदल और दयालपुर गांवों की 300 एकड़ ज़मीन को नहरी पानी की आपूर्ति हेतु इस मोगे से 80 लाख रुपये की लागत से 2.5 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन बिछाई जाएगी। इस प्रोजेक्ट को पहले ही स्वीकृति मिल चुकी है, लेकिन खेतों में धान की फसल होने के कारण, कटाई के बाद ही पाइपलाइन बिछाई जाएगी।

 
वहीं पिछली सरकारों की लोगों से दूरी बनाए रखने की सोच के विपरीत, मुख्य मंत्री भगवंत सिंह मान ने आज गांवों के लोगों के साथ पेड़ों की छांव में बैठकर बातचीत की और 'रंगला पंजाब' बनाने के लिए उनके महत्वपूर्ण सुझाव लिए, साथ ही उन्हें अपनी सरकार की प्रमुख पहलों के बारे में जानकारी दी।


लोगों के साथ ये मुलाकातें सभी सरकारी प्रोटोकॉल से हटकर आत्मीयता की भावना से भरी थी। इस दौरान मुख्य मंत्री ने लोगों के बीच जाकर उनसे बातचीत की और सरकार के कामकाज के बारे में उनकी राय ली। लोगों ने भी मुख्य मंत्री भगवंत सिंह मान के साथ खुलकर बात की और अपने विचार साझा किए। मुख्य मंत्री और लोगों के बीच बातचीत के इन पलों में दोस्ती और सद्भावना चरम पर दिखाई दी, क्योंकि मुख्य मंत्री ने राज्य के राजनीतिक, सामाजिक और अन्य मुद्दों पर लोगों के साथ भावनात्मक तालमेल बनाया।


मुख्य मंत्री ने कहा कि जब उन्होंने पद संभाला था, तब सिंचाई के लिए नहरी पानी का केवल 21 प्रतिशत उपयोग हो रहा था, लेकिन अब यह आंकड़ा बढ़कर 63 प्रतिशत हो गया है। 


मुख्य मंत्री ने कहा कि वह युवाओं को रोजगार देकर उनके हाथों में सिरिंज और अन्य नशों की जगह टिफिन देना चाहते हैं, ताकि वे नशों के दलदल से दूर रह सकें। उन्होंने कहा कि खाली दिमाग शैतान का घर होता है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि बेरोजगारी कई सामाजिक समस्याओं की जड़ है, इसलिए राज्य सरकार इस बीमारी को खत्म करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है और अब तक लगभग 55,000 युवाओं को सरकारी नौकरियां प्रदान की जा चुकी हैं।


एक अन्य प्रमुख कल्याणकारी पहल को उजागर करते हुए, उन्होंने मुख्य मंत्री स्वास्थ्य योजना के बारे में बताया और कहा कि यह देश की अपनी तरह की पहली योजना है, जो पंजाब के प्रत्येक परिवार के लिए 10 लाख रुपए तक का नकद-रहित चिकित्सा उपचार प्रदान करती है। उन्होंने गर्व से कहा कि पंजाब ऐसा व्यापक स्वास्थ्य कवरेज प्रदान करने वाला पहला भारतीय राज्य है
 
मुख्य मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने लोगों से किए गए लगभग सभी वादों को पूरा किया है और इसके साथ ही उन गारंटियों को भी पूरा किया है, जिनका कोई वादा नहीं किया गया था। उन्होंने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि 153 ब्लॉकों में से 117 ब्लॉकों का पानी डार्क जोन में चला गया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पिछली सरकारों ने कभी भी भूजल को बचाने के लिए कोई प्रयास करने का संकल्प नहीं लिया और पांच नदियों की इस धरती पर बसे किसानों को कभी पानी नहीं मिला।


मुख्यमंत्री ने कहा कि सत्ता संभालने के बाद 'आप' सरकार ने राज्य में 15,947 जल मार्गों को पुनर्जनन किया है, जिसके कारण दूर-दराज के गांवों में भी पानी पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने जुलाई माह से घरों को मुफ्त बिजली प्रदान की है और 90 प्रतिशत घरों को जीरो बिजली बिल मिल रहे हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पहली बार राज्य सरकार ने किसी निजी फर्म से पावर प्लांट खरीदा है, ताकि राज्य को बिजली उत्पादन में सरप्लस बनाया जा सके।

राज्य में बड़े विवाह समारोह आयोजित करने के बारे में चिंता व्यक्त करते हुए, मुख्य मंत्री ने कहा कि ये आम किसानों की जेब पर भारी बोझ डाल रहे हैं। मुख्य मंत्री ने किसानों को सहकारी कमेटियों से किराए पर खेती के उपकरणों का उपयोग करने की तकनीक अपनाने का आह्वान भी किया, क्योंकि यह उन्हें खेती पर होने वाले भारी खर्च को कम करने में मदद करेगा। 

सी.एम. ने कहा कि नशों की लत को फैलाने वालों के साथ कोई हमदर्दी नहीं रखी जाएगी, मुख्य मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने 'ड्रग जरनैल' को सलाखों के पीछे डाल दिया है। उन्होंने कहा कि लोगों द्वारा सेवा के लिए चुने गए नेताओं ने नशों के व्यापार को बढ़ने-फूलने में मदद की और इसे अपनी पूरी संरक्षण दिया, और ये नेता अपनी सरकारी कारों में नशीले पदार्थों की आपूर्ति करते थे। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इन नेताओं ने अपने कार्यकाल के दौरान सत्ता की शक्ति का पूरा आनंद लिया और नशा तस्करों के साथ हाथ मिलाने के बावजूद किसी ने भी उन्हें छूने की हिम्मत नहीं की।


मुख्य मंत्री ने आगे कहा कि उनकी सरकार ने इन नेताओं को सलाखों के पीछे डाल दिया है, क्योंकि उन्होंने नशों के कारोबार को राज्य में फैलाकर युवाओं को इस दलदल में फंसने के लिए मजबूर किया था। उन्होंने पंजाब के इन गद्दारों को सबक सिखाने के लिए लोगों से पूरा समर्थन और सहयोग मांगा। उन्होंने कहा कि नशों के खिलाफ मुहिम की शानदार सफलता इस बात का सबूत है कि राज्य के लोग इस जंग में राज्य सरकार के साथ हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह मुहिम भविष्य में भी जारी रहेगी, ताकि पंजाब को नशों के दाग से पूरी तरह मुक्त किया जा सके।


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Content Editor

Subhash Kapoor

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