जमानत पर आकर बनाया गैंग, 6 माह में की 50 स्नैचिंग और 13 चोरी की वारदातें

punjabkesari.in Friday, Sep 25, 2020 - 07:15 PM (IST)

लुधियाना (ऋषि): जेल से जमानत पर आने के बाद 5 दोस्तों ने चिट्टा खरीदने के लिए गैंग बना लिया और 6 महीने में 50 स्नैचिंग और 13 चोरी की वारदातें कर डाली। डिवीजन नं.2 के ए.एस.आई. कवलजीत सिंह ने गैंग के सरगना सहित 3 बदमाशों व चोरीशुदा मोबाइल खरीदने वालों को दबोच लिया और उनके पास से 25 मोबाइल,13 चोरीशुदा वाहन बरामद किए हैं जबकि 2 बदमाश अभी फरार हैं। उपरोक्त जानकारी ए.डी.सी.पी.-1 दीपक पारीक, ए.सी.पी. सैंट्रल वरियाम सिंह, एस.एच.ओ. सतपाल सिद्धू ने पत्रकार सम्मेलन दौरान दी।

उन्होंने बताया कि पकड़े गए आरोपियों की पहचान सरगना सन्नी भंडारी (35) निवासी हैबोवाल, विशाल कुमार (30) निवासी जोशी नगर हैबोवाल और बृजेश कुमार (27) निवासी बैंक कालोनी, हैबोवाल और मोबाइल खरीदने वाले शिवा (24) निवासी डायरी काम्पलैक्स और फरार की पहचान अमन शर्मा (25) निवासी दुर्गापुरी व शैंटी (24) निवासी करतार एवेन्यू हैबोवाल के रूप में हुई है। पुलिस ने उन्हें सूचना के आधार पर सिविल अस्पताल के पास से गिरफ्तार किया है।

अब तक की जांच में सामने आया है कि सन्नी के खिलाफ स्नैचिंग के 4 मामले पहले दर्ज हैं जिसमें जमानत पर आने के बाद उसने अपने दोस्तों के साथ एक बार फिर से गैंग बना लिया और चिट्टा खरीदने के लिए वारदातें करने लग पड़े। गैंग द्वारा दिन के समय पहले सार्वजनिक स्थल से एक्टिवा और बाइक चुराए जाते और शाम के समय प्रवासी मजदूरों से मोबाइल झपटते। गैंग द्वारा हैबोवाल, प्रताप सिंहवाला, सिविल सिटी और आसपास के इलाकों में 50 स्नैचिंग की वारदातें की गई हैं। पुलिस से बचने के लिए वे हर बार चोरी का वाहन की यूज़ करते।

प्रवासियों को ही बेचे मोबाइल
ए.सी.पी. सैंट्रल वरियाम सिंह के अनुसार शिवा सभी मोबाइल सस्ते भाव पर खरीद लेता और प्रवासियों को ही बेच देता।शिवा द्वारा 40 मोबाइल खरीदे गए, इनमें से 15 मोबाइल अपने गांव बिहार भी भेज चुका है, जबकि अन्य बरामद किए हैं।

वाहन गिरवी रख ले आते थे नशा
ए.एस.आई. कवलजीत सिंह के अनुसार चोरीुशदा वाहन को गैंग द्वारा किसी के पास झूठ बोलकर गिरवी रख दिया जाता और फिर जो पैसे मिलते उससे नशा खरीदकर सेवन कर लेते।
 


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Mohit

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