पंजाब में गैंगस्टरों का राज, लॉ एंड ऑर्डर फेल: मजीठिया

punjabkesari.in Monday, Dec 16, 2019 - 11:51 AM (IST)

जालंधर (बुलंद) : श्री रामनवमी उत्सव कमेटी के वजीफा वितरण समारोह में भाग लेने जालंधर पहुंचे शिरोमणि अकाली दल के महासचिव बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि पंजाब में गैंगस्टरों का राज है और लॉ एंड ऑर्डर का हाल बुरा है।

मजीठिया ने कहा कि पंजाब में खुद पुलिस के डी.एस.पी. अपनी सुरक्षा की मांग कर रहे हैं। जो बलविंद्र सेखों जैसा पुलिस अधिकारी सरकार के मंत्रियों के खिलाफ करप्शन की रिपोर्ट तैयार करते हैं उन्हें सस्पैंड कर दिया जाता है, जो अधिकारी दोषी नेताओं और अधिकारियों को क्लीन चिट दे उसकी प्रमोशन होती है। जेलों में गैंगस्टरों का कारोबार बढ़ रहा है, फिरौती सिस्टम हावी है जिसके  लिए सीधे तौर पर जेल मंत्री व प्रशासन की जिम्मेदारी बनती है। मजीठिया ने कहा कि आज कांग्रेसी विधायकों को लोगों से बचने के लिए भागकर जान बचानी पड़ रही है। मोगा के धर्मकोट में जो हुआ सबने देखा। उन्होंने कहा कि थानों में पुलिस अधिकारी कम कांग्रेसी वर्कर ज्यादा काम करते दिखाई देते हैं। मजीठिया ने कहा कि पंजाब में पिछले 2 सालों में नशा तस्करी के केस बढ़े हैं। पंजाब सरकार हर फ्रंट में फेल हुई है। न नौकरियां दी गईं, न मोबाइल दिए गए, कर्मचारियों को वेतन और भत्ते नहीं दिए जा रहे। इससे साफ है कि सरकार की नीयत खराब है। कोई चुनावी मैनीफैस्टो का वायदा पूरा नहीं किया गया।

मक्कड़-मन्नण विवाद पर चुप्पी धारण की
वहीं, दूसरी ओर जब मजीठिया से जालंधर में हुए कुलवंत सिंह मन्नण व सर्बजीत सिंह मक्कड़ के विवाद बारे बात करनी चाही तो उन्होंने इस बारे चुप्पी ही धारण करे रखी। उन्होंने कहा कि यह पार्टी का अंदरूनी मामला है, इसे पार्टी खुद हैंडल करेगी।

मक्कड़ से मिले मजीठिया, मन्नण को बुलाया तक नहीं
वहीं, पार्टी के ही कुछ नेताओं ने मजीठिया की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कहा कि जिस मामले को लेकर पिछले एक सप्ताह से जालंधर में अकाली दल की शहरी सारी इकाई रुष्ठ है। इस मामले में मजीठिया का कुछ न कहना सवाल खड़े करता है कि क्या पार्टी इस मामले को लेकर गंभीर भी है या नहीं। इतना ही नहीं मजीठिया बाद दोपहर भाजपा सांसद हंसराज हंस के घर अफसोस करने गए तो वहां उनकी मुलाकात सर्बजीत सिंह मक्कड़ से भी हुई। मजीठिया मक्कड़ से खूब गर्मजोशी से मिले और उनके साथ तस्वीरें भी खिंचवाईं लेकिन इस दौरान उन्होंने न तो शहरी प्रधान कुलवंत सिंह मन्नण से फोन पर ही कोई बात की और न ही कोई मुलाकात, जिससे एक बार फिर अकाली दल की शहरी इकाई में नाराजगी बढ़ गई है। जानकारी के अनुसार शहर इकाई का कोई भी नेता मजीठिया से मिलने भी नहीं गया। जब मामले बारे कुलवंत सिंह मन्नण से बात की तो उन्होंने कहा कि उन्हें मजीठिया की ओर से न तो कोई संदेश आया और न ही उनसे उनकी फोन पर कोई बात हुई है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Vatika

Recommended News

Related News