जब अस्पताल का कर्मचारी बोला- 500 रुपए दो और दवा का पता ही घर ले जाओ

punjabkesari.in Saturday, Aug 01, 2020 - 12:23 PM (IST)

लुधियाना(राज): सिविल अस्पताल के नशा छुड़ाओ केंद्र पर तीसरे दिन दवा लेने आए लोगों ने हंगामा किया। लोगों का आरोप है कि नशा छुड़ाने वाली एक गोली लेने के लिए कई दिनों से चक्कर लगा रहे हैं। घंटों लाइन में खड़े होने के बाद भी एक गोली नहीं मिल रही लेकिन अस्पताल का ही एक कर्मचारी 500 रुपए में दवाई का पूरा पत्ता देने की बता कहा रहा है। इसके अलावा लोगों का यह भी आरोप है कि नशा छुड़ाओ केंद्र के काऊंटर पर दवा देने वाले मुलाजिम अपने सिफारशी लोगों को बैकसाइड के गेट से बुलाकर पहले दवा दे देते हैं, जबकि बाकी जनता लाइनों में धक्के खाने को मजबूर होती है। गुस्साए लोगों ने अस्पताल और डॉक्टर्स के खिलाफ भी नारेबाजी की। लोगों ने दवा मिलने वाले कमरे के गेट को भी जोर-जोर से खटखटाया।

स्टाफ को पुलिस बुलानी पड़ गई। इसके बाद सिविल अस्पताल की चौकी से पुलिस आई और लोगों को समझा कर वापस भेजा। दवा लेने आए लोगों का कहना है कि वे नशा छोडऩा चाहते हैं, मगर सिविल अस्पताल की ऐसी हरकतों के कारण छोड़ नहीं पाएंगे। वे सुबह से लाइनों में लगे होते हैं, मगर उनकी बारी नहीं आती। दोपहर होते ही यह कह कर काऊंट बंद कर दिया जाता है कि अब दवा खत्म हो गई है। कई लोग ऐसे हैं जिनको लगातार 2-3 दिन आते हुए जिनको लगातार 2-3 दिन आते हुए हो गए मगर दवा नहीं मिल रही है।

डाक्टर बोला, तेरी 7 दिन की दवा जा चुकी है।
शिमलापुरी के युवक ने बताया कि वह 17 जुलाई को दवा लेने के लिए आया तो डाक्टर ने कहा कि 23 जुलाई तक तेरी दवा जा चुकी है। जब उसने डाक्टर से कहा कि वह तो दवा लेने के लिए आया ही नहीं, उसकी जगह दवा कौन ले गया और उसके गलत साइन किसने किए। इसके बाद जब उसने हंगामा किया तो डाक्टर के कहने पर स्टाफ ने उसे दवा दे दी।

एक दिन कोई दवा लेने नहीं आता तो उसके नाम पर हो जाती है इश्यू
मनप्रीत सिंह का कहना है कि नशे की दवा देने में भी गोलमाल हो रहा है।अगर कोई व्यक्ति एक दिन दवा लेने के लिए नहीं आता तो उसके नाम से दवा इश्यू हो गई होती है। इससे साफ पता चलता है कि नशा छुड़ाओ केंद्र के ही कर्मचारी मिलीभगत कर दवा लेकर आगे बेचते हैं।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Vaneet

Recommended News

Related News