गठबंधन के बाद एक प्लेटफार्म पर कैसे इकट्ठे होंगें अकाली दल के पुराने दुश्मन
punjabkesari.in Friday, Jul 07, 2023 - 07:42 PM (IST)

लुधियाना (हितेश) : अकाली दल व भाजपा के बीच दोबारा गठबंधन होने की अटकलों को भले ही सुखबीर बादल व पंजाब प्रभारी विजय रुपानी द्वारा फिलहाल खारिज करने की कोशिश की गई है, लेकिन सियासी गलियारों में इसे लेकर संभावना अभी भी बरकरार है जिसे लेकर यह चर्चा भी सुनने को मिल रही है कि भाजपा के साथ दोबारा गठबंधन होने के बाद अकाली दल के पुराने दुश्मन एक प्लेटफार्म पर कैसे इकट्ठे होंगें।
इनमें अकाली दल के वो पुराने नेता भी शामिल हैं, जो कुछ समय पहले सुखबीर बादल के खिलाफ मोर्चा खोल कर भाजपा में शामिल हुए थे जिसमें मुख्य रूप से मनजिंदर सिरसा, चरणजीत अटवाल, सरूप चंद सिंगला, बोनी अजनाला, सरबजीत मक्कड़, करणवीर टोहड़ा के नाम लिए जा सकते हैं। इसके अलावा अकाली दल से बगावत करने वाले सुखदेव सिंह ढींडसा ग्रुप के कई सीनियर नेता इस समय भाजपा के साथ गठबंधन में शामिल हैं। इसी तरह कैप्टन अमरिंदर सिंह के अलावा भाजपा में शामिल होने वाले कई ऐसे नेताओं का जिक्र किया जा सकता है, जो कांग्रेस में रहने के दौरान अकाली दल से लड़ाई लड़ रहे थे। इस लिस्ट में भाजपा द्वारा कुछ दिनों पहले पंजाब प्रधान बनाए गए सुनील जाखड का नाम लेना भी गलत नहीं होगा। इस दौर में अगर भाजपा के साथ दोबारा गठबंधन के बाद अकाली दल के यह पुराने दुश्मन एक प्लेटफार्म पर इकट्ठे होते हैं तो पंजाब की सियासत में दिलचस्प नजारा देखने को मिलेगा।