चीन में नई बीमारी की दस्तक के बाद पंजाब में अलर्ट, एडवाइजरी जारी
punjabkesari.in Friday, Dec 01, 2023 - 11:30 PM (IST)

चंडीगढ़ : चीन में फैल रही नई सांस संबंधी बीमारी को लेकर भारत के कई राज्य सतर्क हो चुके हैं। इसी के चलते पंजाब के स्वास्थ्य विभाग ने अपने कर्मचारियों को सतर्क रहने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। फिलहाल विशेषज्ञ इस नई तरह की बीमारी की भो कोविड-19 से जोड़ कर देख रहे हैं। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डा. बलवीर सिंह ने इस संबंधी एडवाइजरी जारी की है तथा संबंधित अधिकारियों से बीमारी की रोकथाम और उपचार के लिए सतर्क रहने को कहा है।
स्वास्थ्य मंत्री पंजाब डा. बलवीर सिंह ने लोगों व स्वास्थ्य विभाग को सचेत किया है। मौसम में तबदीली के कारण फैलने वाली इन्फ्लूएंजा (आई.एल.ए.) को लेकर स्वास्थ्य मंत्री पंजाब डा. बलबीर सिंह ने शुक्रवार को राज्य में स्थिति का जायजा लिया और इन बीमारियों की रोकथाम पर काबू पाने के लिए उठाये जाने वाले कदमों की सूची सुझाई। उन्होंने राज्य के स्वास्थ्य विभाग को इनफ्लूएंजा जैसी बीमारियों (आई.एल.आई.) के आगे फैलाव को रोकने और कंट्रोल करने के लिए एक विस्तृत एडवाइजरी जारी करने के निर्देश दिए।
डा. बलबीर सिंह ने बताया कि इनफ्लूएंजा ए एचएन1/ एच3एन2 पंजाब में महामारी रोग एक्ट के अधीन एक नोटीफाईड बीमारी है और इस सम्बन्धी पहले ही नोटिफिकेशन जारी किया जा चुका है।
उन्होंने सभी सिविल सर्जनों को हरेक अस्पताल के आउट पेशेंट विभाग ( ओ.पी.डी.) में फ्लू कार्नर स्थापित करने के साथ-साथ इन कार्नरों में शिक्षित और अनुभवी पैरा- मैडीकल स्टाफ की तैनाती को यकीनी बनाने के भी निर्देश दिए। इतना ही नहीं सभी अस्पतालों को उचित लॉजिस्टिकस और आक्सीजन सप्लाई के साथ आइसोलेशन वार्ड स्थापित करने के भी निर्देश दिए गए हैं। मंत्री ने छूत वाली इस गंभीर बीमारी को फैलने से रोकने के लिए आई.एल.आई. वाले लोगों के लिए साँस सम्बन्धी एहतियातों के बारे जागरूकता पैदा करने की ज़रूरत पर भी ज़ोर दिया।
उन्होंने आगे कहा, “यह यकीनी बनाया जाना चाहिए कि मैडीकल संस्थाओं में आने वाले सभी आई.एल.आई. मरीज़ों को श्रेणीबद्ध किया जाए और यदि वह कोविड नेगेटिव हैं और उसमें स्वाईन फ्लू (एच1एन1) के लक्षण हैं तो उस मरीज़ को अलग रखकर इलाज किया जाए और ज़रुरी टैस्ट किये जाएं।
डा. बलबीर सिंह ने लोगों को सावधानियों बरतने के लिए प्रेरित किया। आई.एल.आई. के मरीज़, आई.एल.आई. के मरीज़ों के साथ काम करने वाले स्वास्थ्य स्टाफ, ऐसे मरीज़ों के संपर्क में आने वाले लोग या रिश्तेदार, इम्यूनो- कम्प्रोमाईज़ड व्यक्ति, बच्चों, बुज़ुर्गों और गर्भवती औरतों को मास्क पहनने चाहिए। उन्होंने कहा कि नियमित तौर पर अपने हाथों को साबुन के साथ धोना चाहिए और भीड़ वाले स्थानों से दूर रहना चाहिए। आई.एल.आई. के लक्षणों वाले लोगों को नज़दीकी मैडीकल संस्था के साथ संपर्क करना चाहिये।