पद संभालने के बाद एक्शन मोड में जालंधर मेयर, संबंधित विभागों से मांगा यह जवाब
punjabkesari.in Wednesday, Jan 15, 2025 - 12:42 PM (IST)
जालंधर : मेयर निर्वाचित होने और औपचारिक रूप से पदभार संभालने के बाद आज नए मेयर वनीत धीर ने नगर निगम ऑफिस में अपना पहला दिन भारी व्यस्तता के बीच व्यतीत किया। इस दौरान जहां उन्हें गुलदस्ते देने और मुलाकात करने वालों की भीड़ लगी रही, वहीं उन्होंने नगर निगम की विभिन्न ब्रांचों पर शिकंजा कसने का काम भी शुरू कर दिया। मेयर ने सभी ब्रांचों के प्रमुख अधिकारियों संग एक बैठक की जिस दौरान पिछले 2 साल की कारगुजारी और भविष्य के रोडमैप को तलब कर लिया गया।
बैठक बारे पत्रकारों को जानकारी देते हुए मेयर वनीत धीर ने बताया कि इस संबंधी सभी विभागों के अधिकारियों को पी.पी.टी के माध्यम से जवाब देने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि नगर निगम के जो विभाग शहर निवासियों को सर्विस प्रोवाइड करते हैं, उनसे कहा गया कि वह निगम की इमेज सुधारने और लोगों की समस्याओं को तत्काल हल करने संबंधी अपने आइडिया प्रस्तुत करें। इसके बाद ही उन्हें अगले विज़न बारे बताया जाएगा।
मेयर ने ब्रांच प्रमुखों के साथ बैठक करते हुए लिस्ट ऑफ मशीनरी तथा मैनपॉवर इत्यादि मांगी और पूर्व में लगे टेंडर और वर्क आर्डर संबंधी रिकार्ड भी मांगा। मेयर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी विधानसभा क्षेत्रों में विकास कार्य करवाए जाएं और किसी से भी भेदभाव न किया जाए।
नए मेयर वनीत धीर ने आज नगर निगम कमिश्नर गौतम जैन से भी करीब डेढ़ घंटा अलग से बैठक की जिस दौरान नगर निगम की वित्तीय हालत पर खुलकर चर्चा हुई। इस दौरान मेयर ने कमिश्नर से नए बजट संबंधी लक्ष्यों और पिछली परफॉर्मेंस का रिकॉर्ड तलब किया। फिलहाल आय और खर्चों का हिसाब किताब लिया गया है और वित्तीय मामलों पर दो दिन बाद फिर से बैठक की जाएगी।
इस दौरान कमिश्नर ने मेयर को निगम समक्ष दरपेश चुनौतियों का भी जिक्र किया और कामकाज में आ रही समस्याओं और कई अन्य मुद्दों पर भी चर्चा हुई । मेयर ने कहा कि कमिश्नर के विजन तथा उनकी कार्यशैली से वह काफी प्रभावित हुए हैं।
पत्रकारों के साथ विशेष बातचीत दौरान मेयर वनीत धीर ने माना कि इस समय शहर की सबसे बड़ी समस्या सीवरेज से संबंधित है। उन्होंने कहा कि पिछले समय दौरान करोड़ों रुपए लगाकर सुपर सक्शन का काम करवाया गया परंतु अंदरूनी क्षेत्र में सीवर लाइनों की सफाई के बाद मेन सीवर लाइनों को क्लियर किया ही नहीं गया जिस कारण इस प्रोजैक्ट का कोई खास फायदा शहर को पहुंचा ही नहीं।
अब आने वाले समय में मेन सीवर लाइनों को भी क्लियर करवाया जाएगा ताकि सीवर समस्या का पक्के तौर पर हल किया जा सके। उन्होंने कहा कि सड़कों, स्ट्रीट लाइट और पानी की सप्लाई की ओर भी विशेष ध्यान देने की जरूरत है। सरफेस वाटर प्रोजैक्ट का काम धीमी गति से चल रहा है जिसे यदि तेज किया गया तो शहर की मेन सड़कों को तोड़ने की नौबत आएगी। मेयर ने कहा कि तहबाजारी का सिस्टम सुधारने की भी काफी जरूरत है। विभाग से रिकॉर्ड मांग लिया गया है कि शहर में कितनी रेहडियां और फड़ियां हैं और उन्हें कहां-कहां एडजस्ट किया गया है। आने वाले समय में विभाग की क्या प्लानिंग है।
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