पंजाब में पहुंच रहे एम.पी. 9 जैसे खतरनाक हथियार, सुरक्षा एजैंसियों के लिए चुनौती ‘मैप ऑफ स्मगलिंग’

punjabkesari.in Thursday, Oct 10, 2019 - 09:55 AM (IST)

नई दिल्ली(विशेष): पहले से ही ड्रग्स तस्करी से चिंतित राज्य पंजाब में पाकिस्तान की तरफ से हो रही घातक हथियार और गोला-बारूद की तस्करी से सुरक्षा एजैंसियों में हड़कंप मचा हुआ है विशेषकर एम.पी. 9 और एम.पी. 5 सबमशीन बंदूकें सीमा पार से आने के कारण।
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हालांकि पंजाब पुलिस बड़े स्तर पर आतंकी मॉड्यूल्स का खात्मा कर चुकी है लेकिन खालिस्तान समर्थक पंजाब बेस्ड स्लीपर सैल और कश्मीरी कट्टरपंथियों के बीच चलाया जा रहा ज्वाइंट ऑप्रेशन सुरक्षा एजैंसियों के लिए सिरदर्दी बना हुआ है। पिछले अढ़ाई वर्षों में लगभग 200 घातक हथियार बरामद किए गए हैं। इस अवधि में राज्य में औसतन हर तीसरे दिन एक घातक हथियार की तस्करी हो रही है। वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारियों का कहना है कि हथियारों की तस्करी में यह तेजी काफी खतरनाक है और ये हथियार पाकिस्तान की तरफ से ड्रोन की मदद से पंजाब में फैंके जा रहे हैं। पुलिस के अनुसार 10 किलोग्राम पेलोड क्षमता वाले ड्रोन की मदद से सितम्बर महीने की शुरूआत में 5 बार हथियारों को गिराया गया।
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हथियारों की बरामदगी और आतंकी मॉड्यूल्स का सफाया
प्राप्त डाटा के मुताबिक  मार्च 2017 के बाद से 151 पिस्तौल और रिवाल्वर, 50 ए.के.-47 और ए.के.-56, सबमशीन बंदूकें और अन्य बंदूकें बरामद की गई हैं। इसके अलावा 320 किलो आर.डी.एक्स. आतंकी मॉड्यूल से बरामद किया गया। ये हथियार मार्च 2017 के बाद से राज्य पुलिस द्वारा 29 आतंकवादी मॉड्यूल्स के सफाए में बरामद हुए हैं तथा 147 आतंकवादियों, जिनमें ज्यादातर युवा थे, को गिरफ्तार किया गया है। इसे भाग्य कहें या सुरक्षा एजैंसियों की चौकसी कि कोई भी मॉड्यूल इन हथियारों के साथ किसी बड़ी घटना को अंजाम नहीं दे पाया। 2016-17 में ‘शेरा’ मॉड्यूल ने केवल दो पिस्तौल के साथ 7 प्रमुख शख्सियतों को निशाना बनाया। कठुआ में जैश-ए-मोहम्मद के 3 आतंकियों ने ए.के.-47 बंदूकों की बरामदगी में बताया कि उन्हें पंजाब में हथियार मिले थे लेकिन इस खुलासे के एक महीने से अधिक समय बीत जाने के बावजूद पंजाब और जम्मू पुलिस दोनों इस केस को सुलझा नहीं पाईं।


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