मल्टी करोड़ मामले का पर्दाफाशः सोशल मीडिया पर ऐसे करते थे लोगों से ठगी

punjabkesari.in Tuesday, Feb 01, 2022 - 06:17 PM (IST)

लुधियाना (गौतम): सोशल मीडिया पर लोगों को कम रेट पर लोन देने का झांसा देकर लोगों से करोड़ों रुपए की ठगी करने के मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस का दावा है कि जांच के दौरान इन लोगों से 20 से 25 करोड़ रुपए तक की ठगी का खुलासा हो सकता है। शुरूआत में इन आरोपियों से 3 करोड़ रुपए की ठगी का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस ने आरोपियों से 20 मोबाइल फोन, 33 ए.टी.एम. कार्ड, फर्जी लीगल ओपिनयन लैटर, 1.5 लाख रुपए कैश, अलग-अलग बैंक खातों में जमा 8 लाख रुपए की राशि, दो फर्मो के लैटर हैड, मोहरें व अन्य सामान बरामद किया है। पुलिस ने आरोपियों की पहचान माडल ग्राम के रहने वाले अंकित कुमार कश्यप और जनता नगर के रहने वाले सुनील चोपड़ा के रूप में की है। आरोपियों के खिलाफ थाना हैबोवाल में साजिश के तहत धोखाधड़ी करने व आई.टी. एक्ट के अधीन मामला दर्ज किया गया है। आरोपियों से उनके साथियों को लेकर भी पूछताछ की जा रही है। 

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प्रेस कान्फ्रेंस के दौरान ए.डी.सी.पी. हैड क्वार्टर प्रज्ञा जैन ने बताया कि पुलिस को इस संबंध में एक शिकायत मिली थी, जिस पर ए.सी.पी. जसप्रीत सिंह, इंस्पेक्टर जतिंदर सिंह व सब इंस्पेक्टर परमवीर सिंह की टीम गठित कर मामले की जांच की गई और पुलिस आरोपियों तक पहुंच गई। जांच के दौरान पता चला कि उक्त आरोपी सोशल मीडिया पर ग्रुप लोन फर्म में काम करने वाले लोगों को नौकरी देने की पोस्ट डालते थे और बताते थे कि कंपनी की तरफ से सस्ते रेट या बिना ब्याज के लोन देने की बात करते थे। नौकरी देने के बाद उक्त आरोपी सोशल मीडिया पर विज्ञापन डालते थे और अलग-अलग स्थानों पर लोगों को फंसाने के लिए पैम्फलेट बांटते थे। 

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लोगों को फंसाने के लिए उन्हें आधार कार्ड व पैन कार्ड के आधार पर सस्ते रेट पर ग्रुप लोन देने का झांसा देते थे। जब कोई उन्हें लोन के लिए संपर्क करता था तो वह उसे आसानी से लोन की अप्रूवल लेने के लिए 5 से 10 लोगों का ग्रुप बनाने के लिए कहते थे। उसके बाद अपने शिकार को वह लोग फाईल प्रोसेसिंग फीस जमा करवाने के लिए कहते थे और फीस जमा होने के बाद वह अपना मोबाइल नंबर बंद कर लेते थे और अपने आफिस भी बदल कर फरार हो जाते थे। इस तरह से एक से एक ग्राहक को फंसा कर लोगों से धोखाधड़ी करते थे। ए.डी.सी.पी. हैड क्वार्टर ने बताया कि इस गिरोह के तार कहां तक जुड़े हुए इस बात की जांच की जा रही है। फिलहाल पता चला है कि इनके संपर्क यू.पी. में थे। गिरोह में शामिल अन्य लोगों को लेकर भी जांच की जा रही है।

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News Editor

Urmila

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