नगर परिषद की लापरवाही, लोग नारकीय जीवन जीने को हुए मजबूर

punjabkesari.in Tuesday, Nov 30, 2021 - 06:13 PM (IST)

रूपनगर (सज्जन सिंह सैनी): केंद्र सरकार द्वारा स्वच्छ भारत मिशन शुरू किया गया और पंजाब सरकार द्वारा स्वस्थ मिशन पंजाब चलाया जा रहा है। इसके बावजूद नगर कौंसिल रूपनगर इन दोनों स्वच्छता मिशनों की परवाह किए बिना लोगों को नारकीय जीवन जीने पर मजबूर कर रही है। रूपनगर के ज्ञानी जैल सिंह नगर में पूरे शहर को पीने वाले पानी की सप्लाई वाली टंकी के नजदीक नगर परिषद द्वारा कूड़े को अलग-अलग करने के लिए गड्ढे बनाए गए हैं। इन गड्ढों के कारण क्षेत्र में रहने वाले लोग काफी परेशान हैं क्योंकि इन गड्ढों से निकलने वाली दुर्गंध और मक्खियां और मच्छर लोगों के जीवन को दयनीय बना रहे हैं।

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क्षेत्र पार्षद हरिंदरपाल सिंह राजू सत्याल ने बताया कि वह लंबे समय से इस समस्या से जूझ रहे हैं। एन.जी.टी. की टीम के अधिकारियों ने इसे गलत बताते हुए गांव को बंद करने की मांग की थी परन्तु उसके बावजूद नगर परिषद रूपनगर एन.जी.टी. के अधिकारियों के आदेशों की अवहेलना करते हुए लगातार गंदगी फैलाकर लोगों को परेशान कर रहे हैं। वहीं पार्षद राजू सत्याल ने कहा कि लोगों द्वारा करोड़ों रुपए की लागत से खरीदी गई मशीनरी नगर परिषद के अधिकारियों की लापरवाही के कारण कूड़ा-करकट होती जा रही है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच कर कार्रवाई की जानी चाहिए।

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गौरतलब है कि उत्तर भारत में नगर परिषद रूपनगर को 2-2 बार प्रमुख पुरस्कार मिल चुके हैं। अब जिस तरह रिहायशी इलाके के लोग नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं तो नगर परिषद को स्वच्छता के लिए दिए जाने वाले पुरस्कारों को लेकर कई सवाल उठ खड़े हुए हैं। आखिर हालात से उल्ट कैसे सरकार द्वारा नगर परिषद को स्वच्छता के लिए 2-2 पुरस्कार दिए गए थे?

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News Editor

Kamini

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