ओडिशा सरकार अपने खर्च पर करेगी गुरुद्वारा साहिब मंगू मठ का निर्माण

punjabkesari.in Tuesday, Dec 24, 2019 - 11:07 AM (IST)

चंडीगढ़(रमनजीत): ओडिशा के जगन्नाथपुरी में गुरु नानक देव से संबंधित मंगू मठ को गिराए जाने के मामले में नया मोड़ आया है। ओडिशा सरकार ने मंगू मठ में सिख मर्यादा मुताबिक गुरुद्वारा साहिब कायम करने का भरोसा दिया है। साथ ही जगन्नाथ मंदिर के दूसरे छोर पर स्थित पंजाबी मठ का उपयोग सिख समुदाय की सलाह से करने का भरोसा दिया है और गुरुद्वारा बाऊली मठ का एक हिस्सा गिराए जाने की संभावना को भी रद्द किया गया है।

यह जानकारी लोक इंसाफ पार्टी के प्रधान सिमरजीत सिंह बैंस व एस.जी.पी.सी. सदस्य बलविंद्र सिंह बैंस ने दी। उनकी अगुवाई में गए 7 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने ओडिशा के गृह मंत्री कैप्टन दीव शंकर मिश्रा के साथ मुलाकात की थी। बैंस बंधुओं ने दावा किया कि गृह मंत्री मिश्रा ने उक्त ऐलान मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की तरफ से किए हैं। प्रतिनिधिमंडल को ओडिशा सरकार ने सोमवार सुबह मुलाकात के लिए बुलाया था। ओडिशा के गृह मंत्री कैप्टन दीव शंकर मिश्रा के साथ मुलाकात करीब 1 घंटा चली। इसमें में स्थानीय विधायक बॉबी दास, जगन्नाथपुरी डिवैल्पमैंट बोर्ड के चेयरमैन कृष्ण कुमार और लोक इंसाफपार्टी के प्रो. जगमोहन सिंह, जसविंद्र सिंह खालसा, मोहन सिंह, जसवंत सिंह गज्जणमाजरा, रणधीर सिंह सिवो मौजूद रहे।

बैंस बंधुओं ने कहा कि ओडिशा सरकार के साथ बात तसल्लीबख्श रही। गृह मंत्री के मुताबिक सिखों का कोई प्रतिनिधिमंडल अब तक ओडिशा सरकार के समक्ष सही ढंग के साथ पक्ष नहीं रख सका था जिस कारण मंगू मठ बारे गलत प्रचार होता रहा है। शिरोमणि कमेटी मैंबर बलविंद्र सिंह बैंस ने बताया कि जैसे गृह मंत्री ने गुरुद्वारे के निर्माण का भरोसा दिया तो जिम्मा एस.जी.पी.सी. या पूरी दुनिया में बसते सिख भाईचारे को सौंपने की पेशकश की। गृह मंत्री ने इंकार कर दिया कि ओडिशा सरकार अपने बजट के साथ मंगू मठ वाली जगह पर गुरुद्वारा आरती साहिब का निर्माण करवाएगी। इसके अलावा ओडिशा पुलिस के कब्जे नीचे किए गए पंजाबी मठ को जगन्नाथपुरी मंदिर से 75 मीटर तक खाली कर बाकी मठ को सिखों के साथ विचार चर्चा कर इस्तेमाल किया जाएगा। 


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