स्टाफ की कमी को दूर करने के लिए निजी डॉक्टरों की सेवाएं लेने के आदेश

punjabkesari.in Wednesday, Apr 22, 2020 - 01:07 PM (IST)

पंजाब : कोरोना वायरस के बढ़ते कोहराम के कारण पंजाब में अब राज्य के सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में डॉक्टरों की कमी होने लगी है। इस से निपटने के लिए सरकार ने अब निजी क्षेत्र के अस्पतालों से डॉक्टरों, नर्सों और अन्य पेरा मेडिकल स्टाफ की कमी को पूरा करने के आदेश दिए हैं।

मानवीय संसाधनों की कमी पूरा करने के लिए उठाया जा रहा कदम 
डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के तहत गठित स्टेट कमेटी के चेयरमैन व मुख्य सचिव करण अवतार सिंह ने यह आदेश जारी किए हैं। मेडिकल एजुकेशन व अनुसंधान विभाग और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग को सभी सरकारी अस्पतालों, कोविड केयर सेंटर और मेडिकल कॉलेजों में मानवीय संसाधनों की कमी को पूरा करने के आदेश दिए गए हैं। ये दोनों विभाग अब अस्पतालों में मानवीय संसाधनों की कमी पूरा करने के लिए किसी भी अन्य सरकारी विभाग और निजी संस्थान को उनका स्टाफ सरकारी अस्पतालों में भेजने के निर्देश जारी कर सकेंगे। मुख्य सचिव ने स्पष्ट किया है कि हर निजी या सरकारी विभाग के प्रमुख इन दोनों विभागों के आदेशों पर अपना स्टाफ तुरंत उपलब्ध करवाएंगे।

पहले भी रजिस्टर कर चुके है वालंटियर
इससे पहले सरकारी अस्पतालों में सेवाएं प्रदान करने के लिए 531 डॉक्टर, 4680 नर्स, 2056 फार्मासिस्ट और 1648 लैब टेक्निशियन आगे आए थे। उन्होंने वालंटियर के तौर पर खुद को रजिस्टर्ड करवाया था। स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने बताया कि राज्य भर से डॉक्टरों और अन्य स्टाफ का सहयोग मिल रहा है। वार्ड अटेंडेंट और 243 रेडियोग्राफऱों ने भी वालंटियर के तौर पर रजिस्टर्ड करवाया है। वैश्विक महामारी बन चुका कोरोना वायरस अब तक पंजाब में 250 से अधिक लोगों को संक्रमित कर चुका है। हर दिन बढ़ रहे कोरोना मरीज़ों की संख्या, आइसोलेशन और क्वारंटाइन किए जा रहे लोगों के कारण प्रशासन की तरफ से ये कदम उठाया जा रहा है।


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Riya bawa

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