पाकिस्तान ने बदला अपना फैसला, इन स्वरूपों को भारत भेजने पर लगाई रोक

punjabkesari.in Tuesday, Jan 17, 2023 - 03:46 PM (IST)

अमृतसर/पाकिस्तान: पाकिस्तान से आ रहे स्वरूपों  भेजने से स्थाई रूप से प्रतिबंध लगा दिया है।  जानकारी के अुसार पाकिस्तान के सिंध प्रांत के कशमोर जिले के गुरुद्वारा बाबा फतेह सिंह, सिंह सभा, बख्शपुर के विभिन्न गुरुद्वारों से लाए गए पुराने और खंडित स्वरूपों को आज पाकिस्तानी सिख संगतों द्वारा अटारी-वाघा सीमा के रास्ते भारत पहुंचना था। लेकिन पाकिस्तान ने अचानक अपना फैसला बदल दिया है।

मिली जानकारी के अनुसार सिंधी सिख संगत के नेता महेश सिंह के दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को पत्र भेजकर अपील की थी कि पाक से लाए जाने वाले श्री गुरु ग्रंथ साहिब के 200 से ज्यादा स्वरूपों को  दिल्ली में  ले जाया जाए और सिख रीति-रिवाजों के अनुसार उनका अंतिम संस्कार किया जाए। उस पत्र में यह भी लिखा है कि गुरुद्वारा बाबा फतेह सिंह में चल रहे निर्माण के कारण स्वरूप को गुरुद्वारा साहिब में अधिक समय तक रखना संभव नहीं है।

उधर, पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक, पाक सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष ने दावा किया है कि दिल्ली कमेटी पी.एस.जी.पी.सी. से अनुमति लिए बिना यह स्वरूप भारत मंगवा रही थी जिससे यह कार्रवाई रोक दी गई है। कुछ पाकिस्तानी सिख नेताओं ने यह भी आरोप लगाया है कि स्वरूपों या अन्य धार्मिक प्रतीकों को भेजते समय, भारतीय सीमा पर सुरक्षा बल सामानों की तलाशी के लिए खोजी कुत्तों का उपयोग करते हैं, जिससे धार्मिक ग्रंथों या अन्य वस्तुओं का अपमान होता है।

जानकारी यह भी मिली है कि अब कशमोर से श्री गुरु ग्रंथ साहिब के सभी स्वरूप लाहौर स्थित गुरुद्वारा देहरा साहिब तक मंगाए जा रहे हैं। उन्होंने हस्तलिखित और प्राचीन ऐतिहासिक स्वरूपों को उनसे अलग करके जिला नारोवाल स्थित गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब में बनाए गए संग्रहालय में संरक्षित किया जाएगा। जबकि बाकी के खंडित स्वरूपों को गुरुद्वारा साहिब में मौजूद अंगीठा साहिब में धार्मिक सिख नियमों के अनुसार अंतिम संस्कार किया जाएगा। इसलिए बकाइजा श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह को भी आमंत्रित किया जाएगा।

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News Editor

Kamini

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