पंजाब की वजह से दिल्ली में नहीं फैल रहा प्रदूषण, स्टडी में हुआ खुलासा

punjabkesari.in Saturday, Oct 22, 2022 - 06:14 PM (IST)

लुधियाना (सलूजा): पंजाब के किसानों द्वारा पराली को जलाने के मामलों का सामने आना लगातार जारी है। यदि हम एक दिन पहले की बात करें तो पंजाब भर में से 393 मामलें पराली जलाने के सामने आए है। जब कि पराली जलाने के सबसे अधिक मामलें 77 तरनतारन में रिपोर्ट हुए है। इस सीजन के दौरान 3114 मामले पराली जलाने के रिपोर्ट हुए है।

मौसम विभाग के वैज्ञानिकों ने की स्टडी के आधार पर ये बात स्पष्ट की है कि दिल्ली में नवंबर से जनवरी तक जो प्रदूषण बढऩे की समस्या आती है, वह पंजाब की वजह से नहीं आती। हवा की जो इस विंटर सीजन दौरान स्पीड है ,वह मात्र 6 किलोमीटर घंटा की है जो कि प्रदूषण को धकेलने के समर्थ नहीं है। हवा की दिशां इस समय दक्षिण पुर्व की तरफ से है। मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि सर्दी के इस मौसम में दिल्लीं में एयर क्वालिटी इंडेक्स चिंताजनक चलता है, वह त्योहारों, इंडस्ट्री और तेजी से वाहनों की बढ़ रही गति की वजह से है। उन्होंने बताया कि फरवरी व मार्च में जैसे ही तापमान बढऩे लगता है तों एयर कुवालटी में भी सुधार आने लगता है।

मौसम माहिरों ने यह भी जानकारी सांझीं की जुलाई व अगस्त के महीनों दौरान मानसून के चलते प्रदूषण का दबदबा कम हो जाता है। मौसम माहिरों ने यह भी दावा किया कि मौसम के खुश्क रहने से वर्ष के 10 महीनों दौरान प्रदषण का लेवल बढ़ जाता है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि पिछले तीन वर्षो के बीच दिल्लीं में एयर क्वालिटी का स्तर पर की स्टडी के आधार पर यह बात दावे के साथ कहीं जा सकती है कि पंजाब के किसानों द्वारा पराली को जलाने की वजह से प्रदूषण नहीं होता। इंडियन इंस्टीच्यिूट ऑफ सांइस एजूकेशन एंड रिसर्च मोहाली और पंजाब प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड ने संयुक्त पर की स्टडी के आधार पर यह कहा है कि दिल्लीं में हवा प्रदूषण एनसीआर या यूपी की वजह से ही फैल रहा है।

अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here

पंजाब की खबरें Instagram पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here

अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

News Editor

Kalash

Recommended News

Related News