पंजाब में कोयला संकट नहीं हुआ कम, इन थर्मल प्लांटों को किया बंद

punjabkesari.in Friday, Dec 10, 2021 - 02:40 PM (IST)

पटियाला: राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एन.सी.आर.) में उच्च स्तर के प्रदूषण कारण लहरा मोहब्बत और रोपड़ में दो ताप बिजली घरों को 15 दिसंबर तक अपने कामकाज बंद करने के आदेश दिए हैं। आधिकारियों ने बताया कि राज्य अपने थर्मल प्लांटों में 4 रुपए प्रति यूनिट बिजली पैदा करने के लिए शक्ति एक्सचेंज को रोजमर्रा की 15 करोड़ रुपए अदा कर रहा है, जिसमें समिशन चार्जिज के तौर पर 2 करोड़ रुपए शामिल हैं। एन.सी.आर. में एयर क्वालिटी मैनेजमेंट कमिशन (सीएक्यूएम) ने अपने 26 नवंबर के आदेश में कहा था कि एनटीपीसी की झज्जर यूनिट, हिसार में राजीव गांधी थर्मल शक्ति स्टेशन (आरजीपीटीसी), पानीपत प्लांट, तलवंडी साबो प्लांट, नाभा शक्ति लिमिटेड, राजपुरा चालू रह सकता है।

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तलवंडी साबो शक्ति लिमटिड (टी.एस.पी.एल.) के पास सिर्फ एक दिन से भी कम समय के लिए कोयला बचा है और यह 50% भार पर चल रहा है। इस तरह PSPCL को कोयले की कमी के लिए उत्पादन न होने के कारण तलवंडी साबो शक्ति लिमटिड (TSPL) को 2.25 करोड़ रुपए प्रति दिन फिक्सड चार्जिज के तौर पर अदा करने पड़ते हैं। इलेक्ट्रीसिटी के लिए अपीली ट्रिब्यूनल (एपीटीईएल) के आदेश के अनुसार, अगर प्राईवेट प्लांट कोयले की कमी का कारण नहीं बनता है तो उनको निश्चित खर्च मिलते हैं।

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राजपुरा प्लांट की दो ईकाइयों में से एक मुख्य किराए के अधीन है। रोपड़ और लहरा मोहब्बत प्लांटों के पास 9 और 16 दिनों के लिए कोयला है। CAQM. कमी को पूरा करने के लिए, पीएसपीसीएल एक्सचेन्ज से प्रति दिन लाख से अधिक यूनिट खरीद रहा है। पीएसपीसीएल के चेयरमैन-कम-मैनेजिंग डायरैक्टर (सीएमडी) ए वेनू प्रसाद ने कहा कि ग्रिड से बिजली खरीदने के कार्पोरेशन के कदम के साथ कोई वित्तीय नुक्सान नहीं हो रहा है।

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News Editor

Urmila

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