हरियाणा की सरहद के साथ लगते पंजाब के किसानों को चोरों की तरह बेचनी पड़ी गेहूं

punjabkesari.in Sunday, May 03, 2020 - 10:46 AM (IST)

लुधियाना(सरबजीत सिंह सिद्धू): कोरोना दौरान सुरक्षित मंडीकरण की नई हिदायतों के लिए पंजाब के किसानों को नई चुणौतियों का सामना करना पड़ रहा है। पंजाब की हरियाणा सरहद के साथ लगते गांवों के निवासी किसान, जिनकी आढ़त हरियाणे के नजदीकी शहरों में है, उन्हें लॉकडाउन के चलते गेहूं के मंडीकरण के लिए और भी भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।

इस बारे हमारे पत्रकारों से बात करते हुए जिला पटियाला में जलालाबाद के रहने वाले किसान हरजिंदर सिंह ने बताया कि उनकी आढ़त हरियाणे, इस्मालाबाद मंडी में है। गेहूं की कटाई और कढ़ाई के बाद लगभग दस से बारह दिन उन्हें गेहूं घर में ही भंडार करके रखनी पड़ी, क्योंकि आढ़त हरियाणे में होने के कारण पंजाब हरियाणा सरहद निकलने के लिए मुश्किल आ रही थी। फिर जब आढ़तियो ने समय दिया तो वह सुबह तीन बजे अपनी गेहूं मंडी में लेकर गए। उन्होंने यह भी बताया कि जल्दी मुक्त करने के लिए आढ़तियो ने उनकी गेहूं धर्मकांटे द्वारा तोल दी और दो प्रतिशत तक की काट भी काटी। उनके मुताबिक दुख इस बात का भी है कि अपनी ही गेहूं चोरों की तरह बेचनी पड़ी।

PunjabKesari, Punjab farmers along outskirts of Haryana had to sell wheat like thieves

गांव औजां के गुरशरन सिंह ने बताया कि उनकी आढ़त भी हरियाणा में है। लॉकडाउन के कारण यह भी अपनी गेहूं हरियाणे अपने आढ़तियों के पास नहीं बेच सकते थे तो इसलिए पंजाब में ही किसी नए आढ़तियों से इस बारे में बात करनी पड़ी। उन्होंने कहा कि भंडार न कर पाने के कारण एक बार गेहूं की बिक्री कर दी है। इसके भुगतान का या नया आढती कितनी काट काटेगा इस बारे में बाद में ही पता चलेगा।

कई सरहदों के साथ लगते गांवों के किसानों का कहना है कि लॉकडाउन के दौरान बहुत से हरियाणे के आढतियों ने पंजाब के आढतियों को कहा कि वह उनके साथ जुड़े किसानों की गेहूं खरीद लें। हरियाणे के कई आढतियों ने अपने किसानों की मदद और उनकी गेहूं खरीदने के लिए पंजाब की मंडियों में अपने डेरे लगा लिए। बहुत-से किसानों ने अपने रिश्तेदारों के साथ जाकर जिन का आढ़ती पंजाब का था अपनी गेहूं की बिक्री की।

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जिन किसानों या आढतियों को गेहूं मंडीकरण की नई प्रक्रिया रास नहीं आई उन्होंने कई और हत्थकंडे भी अपनाए जो कारगर सिद्ध हुए। कई आढतियों ने किसानों की गेहूं सीधी गोदामों में उतरवा ली। ऐसीं भी बड़ी उदाहरणें हैं कि किसान के साथ बात करने के बाद आढ़ती सीधी किसान के खेत से ही गेहूं उठा कर ले गया। जिला पटियाला में पड़ते गांव अकबरपुरे के किसान सिमरनजीत सिंह ने कहा कि गेहूं की कटाई के बाद उनकी बात आढ़तियों से हुई और वे सीधा उनके खेतों से गेहूं उठा कर ले गया। जिससे उन्हें पास मिलने का इंतजार भी नहीं करना पड़ा और फाल्तू खर्चा भी नहीं हुआ।


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Edited By

Sunita sarangal

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