पंजाब में सरकारी स्कूल में पढ़ाने वाले साइंस मास्टर की शर्मनाक हरकत, हर तरफ मच गया शोर
punjabkesari.in Wednesday, Sep 24, 2025 - 09:57 AM (IST)

तरनतारन (रमन): भारत-पाकिस्तान सीमा पर स्थित एक सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में पढ़ने वाले नाबालिग लड़के के साथ कुकर्म का मामला सामने आया है। बेहद हैरानी की बात है कि शिक्षा के मंदिर कहे जाने वाले स्कूल में इसी स्कूल के एक शिक्षक ने यह शर्मनाक हरकत की।
जब इस संबंध में संबंधित थाने के प्रमुख से शिकायत की गई, तो संबंधित शिक्षक को थाने बुलाकर गिरफ्तार करने की बजाय, थाना प्रमुख ने उसे घर भेज दिया, जो लगातार स्कूल में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहा है। जिला बाल सुरक्षा अधिकारी राजेश कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि 19 सितंबर को स्कूल प्रिंसिपल की ओर से भारत-पाकिस्तान सीमा पर स्थित एक सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में पढ़ने वाले नाबालिग लड़के के साथ बलात्कार के संबंध में लिखित में शिकायत मिली थी। जिसके साथ एक पेन ड्राइव भेजकर सबूत भी पेश किए गए थे। इस मास्टर ने शर्मनाक हरकत करते हुए एक अन्य नाबालिग बच्चे का वीडियो बनाने में भी मदद ली, जिससे साफ है कि यह साइंस मास्टर स्कूल में बच्चों को पढ़ाने की बजाय गंदी शिक्षा देने में कामयाब हो रहा है।
यह मामला तुरंत जिले के डिप्टी कमिश्नर श्री राहुल के साथ साझा किया गया, जिन्होंने इस शर्मनाक हरकत को अंजाम देने वाले टीचर के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के आदेश जारी किए। जिला बाल संरक्षण अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि जब इस शर्मनाक घटना के संबंध में भारत-पाकिस्तान सीमा से संबंधित थाना प्रमुख को सबूत भेजे गए और तुरंत कार्रवाई करने को कहा गया, तो थाना प्रमुख ने तुरंत सरकारी स्कूल में पढ़ा रहे साइंस मास्टर को थाने बुलाया और कानूनी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। जिला बाल संरक्षण अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि जब उन्हें पता चला कि आरोपी मास्टर थाने के बाद भी हर दिन स्कूल आकर पढ़ाई कर रहा है, तो उन्होंने यह मामला फिर से डिप्टी कमिश्नर के संज्ञान में लाया।
राजेश कुमार ने बताया कि उनके पास इस घिनौने कृत्य के पूरे सबूत हैं, जिसके चलते संबंधित साइंस मास्टर के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए जिले के एसएसपी को पत्र लिखा गया है। इस संबंध में जानकारी देते हुए जिले के एसएसपी रवजोत ग्रेवाल ने बताया कि यह मामला उनके संज्ञान में आया है, जिसके चलते पुलिस कर्मियों को तुरंत इसकी जांच कर कानूनी कार्रवाई करने के आदेश दिए जा रहे हैं। जिला बाल संरक्षण अधिकारी राजेश कुमार।