Jalandhar : कहीं आप भी इन रिटायर्ड बुजुर्गों की तरह न गंवा बैठे अपनी जमा पूंजी, होश उड़ा देंगे ...
punjabkesari.in Sunday, Oct 05, 2025 - 11:45 AM (IST)

जालंधर : शहर में मनी लॉन्ड्रिंग का झांसा देकर तीन वरिष्ठ नागरिकों से कुल 2.70 करोड़ रुपए की ठगी हुई है। ठगों ने खुद को सीबीआई और ईडी के अधिकारी बताकर बुजुर्गों को फंसाया। इनकी उम्र 60 से 72 वर्ष के बीच है। यह मामला पिछले तीन महीनों में साइबर थाना पहुंचा है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो पाई है।
पावरकॉम से रिटायर्ड कर्मचारी को डिजिटल अरेस्ट कर ठगे 2 करोड़
60 वर्षीय सुखमिंदर सिंह, जो पावरकॉम से रिटायर्ड चीफ इंजीनियर हैं, के साथ सबसे बड़ी ठगी हुई। ठगों ने उन्हें फोन करके बताया कि उनके नाम पर मुंबई के केनरा बैंक में अवैध सिम से भारी मनी लॉन्ड्रिंग हो रही है। उन्होंने ‘डिजिटल अरेस्ट’ का भय दिखाकर लगभग एक माह तक घर में कैद रखा और 2 करोड़ से अधिक की रकम कई किस्तों में ट्रांसफर करवा ली। पहले 40 लाख, 32.50 लाख, 15 लाख, 21 लाख, 11.50 लाख, 34 लाख, 10 लाख, 12 लाख, 11 लाख और फिर 20 लाख रुपए ट्रांसफर करवाए। आर.बी.आई. का फर्जी पत्र भी वाट्सएप पर भेजा गया। पत्नी से बातचीत के बाद शक हुआ और बाद में पुलिस को शिकायत दर्ज कराई गई।
रिटायर्ड अधिकारी से 47 लाख रुपए की ठगी
शहर के 62 वर्षीय रिटायर्ड ईओ पुडा, रविंदर पाल सिंह, से करीब 47 लाख रुपए की ठगी हुई है। ठगों ने खुद को पुलिस और सीबीआई के अधिकारी बताकर उन्हें फंसाया और डिजिटल अरेस्ट का झांसा देकर घर में कैद रखा। रविंदर पाल सिंह ने बताया कि एक दिन उन्हें “रिया शर्मा” नाम की महिला का फोन आया, जिसने उन्हें “विजय खन्ना” नाम के व्यक्ति से बात करवाई, जिसने खुद को पुलिस वाला बताया। ठगों ने कहा कि संगरूर से पकड़े गए एक अपराधी के पास उनका एटीएम मिला है और उनके नाम पर मनी लॉन्ड्रिंग की बड़ी रकम की ट्रांजैक्शन हुई है। ठगों ने डिजिटल अरेस्ट का डर दिखाकर उन्हें घर में रहने के लिए मजबूर किया और फर्जी जांच का हवाला देते हुए लगातार पैसे ट्रांसफर करने को कहा। रविंदर पाल सिंह ने बारी-बारी से लगभग 47 लाख रुपए ठगों के खातों में भेज दिए। सात दिन तक इस ‘डिजिटल अरेस्ट’ में कैद रहने के बाद उन्हें शक हुआ कि वे ठगी के शिकार हो गए हैं। इसके बाद उन्होंने साइबर पुलिस को शिकायत दी, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है और ठगों का कोई पता नहीं चल पाया।
72 वर्षीय रिटायर्ड फौजी संतोख सिंह से 23 लाख की ठगी
72 वर्षीय रिटायर्ड फौजी संतोख सिंह को फर्जी कॉल कर ठगों ने करोड़ों की मनी लॉन्ड्रिंग का डर दिखाकर करीब 23 लाख रुपए ठग लिए। ठगों ने बताया कि उनके नाम पर मुंबई में आधार से लिंक्ड सिम कार्ड से भारी ट्रांजैक्शन हुई है और अरेस्ट वारंट जारी हो सकता है। डर के मारे संतोक सिंह ने 10 लाख, फिर 12 लाख और उसके बाद करीब एक लाख रुपए ट्रांसफर किए। ठगों ने उन्हें एक हफ्ते तक घर से बाहर निकलने और पत्नी से बात करने तक नहीं दिया। उनकी अगली सुनवाई 8 अक्टूबर को जालंधर कोर्ट में है। साइबर क्राइम विभाग से अभी तक कोई मदद नहीं मिली है।
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