पंजाब में गैंगस्टरों व नशा तस्करों के खिलाफ छेड़ी मुहिम को प्रभावित कर रहे कुछ भ्रष्ट कर्मचारी
punjabkesari.in Wednesday, Nov 30, 2022 - 12:40 PM (IST)

लुधियाना (पंकज): खुद नशा करने और ड्यूटी उपरांत नशा तस्करी करने के आरोप में डिवीजन-5 में तैनात सब इंस्पैक्टर हरजिंदर सिंह की गिरफ्तारी ने पंजाब में नशों खिलाफ युद्ध स्तर पर मुहिम छेड़ने वाली पंजाब पुलिस को शर्मसार करने का कार्य किया है। एक तरफ से राज्य सरकार और डी.जी.पी. गौरव यादव पंजाब पुलिस की छवि को सुधारने और जनता के साथ बेहतर तालमेल बनाने के लिए प्रयासरत हैं, वहीं दूसरी तरफ सिपाही से लेकर एस.एच.ओ. रैंक के अधिकारियों द्वारा किए जा रहे कारनामों से खाकी पर लग रहे दाग उनके लिए बड़ी सरदर्दी बनते नजर आ रहे हैं।
फिल्लौर में स्थित पुलिस अकैडमी में नशों का शिकार जवानों और उन्हें ट्रेनिंग देने वाले के खुद इस मकड़जाल में उलझने का मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था की एक के बाद एक करके ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं जिससे कानून की रक्षक खाकी के लिए परिस्थितियां और भी चिंताजनक बनती जा रही हैं।
पिछले कुछ समय के भीतर इंस्पैक्टर रैंक से लेकर हवलदार तक की तरफ से कई ऐसे घटनाओं को अंजाम दिया गया है जिससे लोगों में खाकी प्रति अविश्वास संदेह बढ़ रहा है। खाकी के कम होते प्रभाव के लिए विभाग में तैनात ऐसे भ्रष्ट तत्व जिम्मेदार हैं जिनकी करतूतों का खामियाजा पूरी फोर्स पर डालने का प्रयास किया जाता है।
महिला के साथ कथित तौर पर संबंध बनाने के बाद उससे मारपीट करने सहित कई संगीन आरोपों का सामना करने वाले आई.जी. रैंक के अधिकारी को जांच में बचाने के लिए जिस तरह सीनियर अधिकारियों द्वारा भेदभाव की नीति अपनाई गई और उच्चतम न्यायालय की दखलंदाजी के बाद जिस तरह अब उन अधिकारियों पर भी गाज गिरने की संभावना है उससे भी खाकी पर जनता का विश्वास कम हुआ है।
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