मनप्रीत बादल के खिलाफ शिकंजा कसने की तैयारी, किसी भी समय हो सकता है सख्त Action

punjabkesari.in Tuesday, Sep 05, 2023 - 08:22 AM (IST)

चंडीगढ़: भ्रष्टाचार की शिकायतों को आधार बनाकर पंजाब विजीलैंस ब्यूरो की ओर से पूर्व वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल के खिलाफ की जा रही जांच जल्द ही एफ.आई.आर. का रूप धारण करने की संभावना है। विजीलैंस ब्यूरो को मनप्रीत सिंह बादल की ओर से बठिंडा के अर्बन एस्टेट में खरीदे गए रिहायशी प्लॉट की ऑनलाइन बोली संबंधी कुछ ऐसे तथ्य मिले हैं, जिनसे विजीलैंस को उक्त अलॉटमैंट में गड़बड़ी की परतें खोलने में आसानी होगी। विजीलैंस ब्यूरो तथ्यों व इलैक्ट्रॉनिक सबूतों को कानूनी रूप से परख रहा है और पुष्टि होते ही मामला दर्ज किया जा सकता है। 

यह भी कहा जा रहा है कि मनप्रीत बादल के साथ-साथ विजीलैंस ब्यूरो उक्त दो प्लॉट, जिन्हें मनप्रीत बादल ने दो लोगों से खरीदा था, के साथ-साथ बठिंडा डिवल्पमैंट अथॉरिटी के तत्कालीन अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई करने की तैयारी में है।  विजीलैंस सूत्रों के मुताबिक जांच में पता चला है कि अर्बन अस्टेट बठिंडा में मनप्रीत सिंह बादल को 1560 वर्ग गज के रिहायशी प्लॉट, जिन्हें मनप्रीत बादल ने राजीव कुमार व विकास कुमार नाम के लोगों से खरीदा था, की ऑनलाइन तरीके से लगाई गई बोली मिलीभगत का नतीजा था।  बोली लगाने के लिए न सिर्फ एक ही कम्प्यूटर का इस्तेमाल किया गया, बल्कि प्लॉट खरीदने के लिए विकास और राजीव ने 27 सितंबर 2021 को जो ऑनलाइन बोली लगाई थी, उसकी औपचारिकताएं पूरी करने के लिए दी गई फीस के चालान का क्रमांक एक था, बल्कि दोनों के द्वारा दिए गए एफिडेविट के सीरियल नंबर भी एक सीरीज के थे व दोनों के गवाह भी साझे ही थे।

जांच में यह भी तथ्य सामने आया है कि 27 सितम्बर को हुई उक्त ऑनलाइन बोली में सफल रहने के बाद 30 सितम्बर 2021 को मनप्रीत सिंह बादल का उक्त दोनों के साथ प्लॉट खरीदने को लेकर एग्रीमैंट भी हो गया व 4 अक्तूबर को उक्त दोनों के बैंक खातों में करीब एक करोड़ रुपए की राशि भी ट्रांसफर कर दी गई। जिसके बाद उन्होंने बठिंडा डिवल्पमैंट अथॉरिटी की शर्त के मुताबिक 25 प्रतिशत राशि अदा कर दी।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Vatika

Related News