पंजाब में डेयरी मालिकों को प्रशासन के कड़े निर्देश, करना होगा यह काम, वरना...
punjabkesari.in Saturday, Jan 25, 2025 - 07:36 PM (IST)
लुधियाना (विक्की) : स्थानीय सरकार मंत्री डॉ. रवजोत सिंह ने शनिवार को 'बूढ़े दरिया' के गौशाला प्वाइंट के पास राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल के नेतृत्व में 'कार सेवा' के तहत स्थापित अस्थायी पंपिंग स्टेशन का निरीक्षण किया। 'बूढ़े दरिया' में सीवरेज के पानी के प्रवाह को रोकने के लिए सांसद सीचेवाल द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना करते हुए, कैबिनेट मंत्री डॉ. रवजोत सिंह ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की 'बूढ़े दरिया' को पुनर्जीवित करने की प्रतिबद्धता को दोहराया।
निरीक्षण के दौरान, मेयर प्रिंसिपल इंद्रजीत कौर, नगर निगम कमिश्नर आदित्य डेचलवाल, एस.डी.एम (पूर्वी) जसलीन कौर भुल्लर, अतिरिक्त कमिश्नर परमदीप सिंह, ई.ओ. गलाडा अमन गुप्ता, पी.पी.सी.बी के मुख्य इंजीनियर आर.के. रतड़ा, मुख्य इंजीनियर रविंदर गर्ग सहित अन्य अधिकारी कैबिनेट मंत्री के साथ मौजूद थे।
राज्यसभा सदस्य सीचेवाल ने कैबिनेट मंत्री डॉ. रवजोत सिंह द्वारा 'बूढ़े दरिया' को साफ करने की परियोजना के प्रति चिंता व्यक्त करने की सराहना करते हुए कहा कि मंत्री जी लगभग एक महीने में चौथी बार अस्थायी पंपिंग स्टेशन साइट का दौरा कर चुके हैं। कैबिनेट मंत्री डॉ. रवजोत सिंह ने कहा कि राज्य सरकार उद्योगों के खिलाफ नहीं है, लेकिन किसी को भी 'बूढ़े दरिया' को प्रदूषित करने की अनुमति नहीं दी जा सकती।
अस्थायी पंपिंग स्टेशन का निरीक्षण करने के बाद, कैबिनेट मंत्री डॉ. रवजोत सिंह ने अधिकारियों के साथ बैठक की और उन्हें 'बूढ़े दरिया' में असंशोधित पानी छोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। डॉ. रवजोत सिंह ने कहा कि वे 27 जनवरी को ताजपुर रोड डेयरी कॉम्प्लेक्स और हैबोवाल डेयरी कॉम्प्लेक्स के डेयरी मालिकों के साथ बैठक करेंगे। डेयरी मालिकों से दोबारा अपील की जाएगी कि वे कार्रवाई से बचने के लिए नदी में गोबर फेंकना बंद करें।
इस दौरान, डॉ. रवजोत सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे ताजपुर रोड डेयरी कॉम्प्लेक्स और हैबोवाल डेयरी कॉम्प्लेक्स में बायो-गैस प्लांट स्थापित करने की परियोजनाओं को तेज करें। तब तक, डेयरी इकाइयों से गोबर इकट्ठा करने और उसे निर्दिष्ट स्थानों पर डंप करने की व्यवस्था की जाए। नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि डेयरी इकाइयों से गोबर इकट्ठा करने के लिए पहले ही अस्थायी व्यवस्था की जा चुकी है और इस कार्य के लिए एक ठेकेदार की नियुक्ति हेतु टेंडर भी जारी किए गए हैं।