युक्रेन में बंकरों से निकले विद्यार्थी, सड़कों पर भटकने को हुए मजबूर

punjabkesari.in Sunday, Mar 06, 2022 - 03:53 PM (IST)

जालंधर (पुनीत): भारत के दबाव के कारण रूस द्वारा कुछ घंटों के लिए जंग बंद करने के बाद खारकीव समेत अलग-अलग इलाकों में फंसे हजारों भारतीय विद्यार्थी बंकरों में से बाहर निकल आए और रोमानिया, पोलैंड और हंगरी के बॉर्डरों की तरफ रवाना हो गए। वहीं खारकीव में -5 डिग्री तापमान है और ऊपर से रास्ते में कैब तक नहीं मिल रही, जिस कारण पंजाब के नौजवान रास्तों में भटकने को मजबूर हैं।

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इस संबंधी पंजाब के निवासी एच. सिंह ने कहा बॉर्डर तक पहुंचने वाले रास्तों के हालात बहुत खराब हैं और सभी लोगों को टैक्सी भी मुहैया नहीं हो रही। उनकी कई नौजवानों के साथ बात हुई है, जो बॉर्डर तक पहुंच गए हैं पर अभी उनकी मंजिल दूर है। वहीं कई नौजवान जल्दी जाने के चक्कर में पैदल ही एयरपोर्ट की तरफ रवाना हो जाते हैं।

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उन्होंने कहा कि बार्डर पर जाने के लिए आम जनता के लिए कुछ बसें चल रही हैं, जिनमें कोई किराया नहीं लिया जा रहा। इन बसों में सबसे पहले क्रीमिया के नागरिकों को बिठाया जा रहा है। उसके बाद लड़कियों की बारी आती है और आखिर में नौजवानों को बैठने की इजाजत दी जा रही है।

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महंगा सामान छोड़ कर जाने को मजबूर
एच. सिंह ने बताया कि आम तौर पर सभी विद्यार्थियों के पास 2-3 थैलों में सामान है पर पैदल जाते समय सामान लेकर जाना संभव नहीं है, इसलिए विद्यार्थियों ने अपना महंगा सामान वही छोड़ दिया था। कुछ ने तो संबंधित यूनिवर्सिटी में अपना सामान रख दिया है। उन्होंने कहा कि लैपटॉप वाले बैग और छोटा सामान ही वह साथ ले कर जा रहे हैं। इस समय नौजवानों को अपनी जान बचाने की पड़ी है क्योंकि हालात खराब होने के बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता। 

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News Editor

Kalash

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