BJP से अलग होकर चुनाव लडऩे वाला अकाली दल केंद्र सरकार से अपने मंत्री वापस बुलाए: जाखड़

punjabkesari.in Thursday, Oct 17, 2019 - 10:20 AM (IST)

जालंधर(धवन): पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कहा है कि हरियाणा में विधानसभा चुनावों में भाजपा से अलग होकर चुनाव लडऩे वाले अकाली दल को केंद्र की भाजपा सरकार से अपने मंत्री को वापस बुला लेना चाहिए। जाखड़ ने आज प्रदेश की सियासी परिस्थितियों को लेकर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह से मुलाकात करके अकाली-भाजपा गठबंधन को लेकर चर्चा की। इस अवसर पर पंजाब कांग्रेस मामलों की प्रभारी आशा कुमारी भी मौजूद थीं। 

जाखड़ ने कहा कि अकाली दल दोहरा राजनीतिक खेल खेल रहा है। एक तरफ तो हरियाणा में वह भाजपा के खिलाफ बयानबाजी कर रहा है तो दूसरी तरफ केंद्र में अपना मंत्री बनाकर सत्ता सुख भी भोग रहा है। अब दोहरी राजनीति का खेल लम्बे समय तक चलने वाला नहीं है क्योंकि जनता उसकी असलियत को जान चुकी है।
जाखड़ ने कहा कि पंजाब में भी अकाली दल तथा भाजपा का आपसी गठबंधन अब लम्बे समय तक चलने वाला नहीं है। अकाली नेतृत्व को एक स्टैंड लेना ही होगा या तो वह भाजपा के साथ चले या फिर उसे पूरी तरह से छोड़ दे। उन्होंने कहा कि पंजाब में हो रहे 4 विधानसभा सीटों के उप चुनाव के नतीजों के बाद अकाली दल तथा भाजपा के अंदर बिखराव आने के आसार दिखाई दे रहे हैं क्योंकि भाजपा नेता ही अब अकाली दल को छोडऩा चाहते हैं इसलिए वह कोई न कोई बहाना तलाशने में लगे हुए हैं। 

प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष ने कहा कि कैप्टन सरकार ने अपने अढ़ाई वर्षों के शासनकाल में किसानों की 5 फसलों को बिना किसी मुश्किल के उठाया तथा किसानों को किसी प्रकार की समस्या नहीं आने दी। सुखबीर बादल पर सियासी हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि वह जलालाबाद का प्रतिनिधित्व करते रहे हैं परंतु इस दौरान उन्होंने जलालाबाद के विकास की तरफ बिल्कुल ध्यान नहीं दिया। इसीलिए आज जलालाबाद का बच्चा-बच्चा कांग्रेस के साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि कैप्टन सरकार ने अनुसूचित जाति के लोगों के 50,000 रुपए तक के ऋण माफ किए हैं तथा राज्य के 44 लाख से अधिक लोगों को इलाज की सुविधाएं दी हैं। पंजाब में नशों का प्रसार करने के लिए पूर्व अकाली सरकार पूरी तरह से जिम्मेदार थी। बादलों ने पंजाब को नशों की मंडी बनाकर रख दिया था पर अब कैप्टन अमरेन्द्र सिंह की बदौलत पंजाब धीरे-धीरे नशों से मुक्त हो रहा है।


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