फिर गरमाया तख्त श्री पटना साहिब का विवाद, जत्थेदार हरप्रीत सिंह को भेजा फरमान

punjabkesari.in Friday, Dec 09, 2022 - 09:56 PM (IST)

अमृतसर (गुरिंदर सागर) : तख्त श्री हरिमंदर जी पटना साहिब में पंज सिंह साहिबों ने एकत्रित होकर श्री अकाल तख्त साहिब का आदेश रद्द कर दिया है। श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार सिंह साहिब ने ज्ञानी हरप्रीत सिंह को पत्र लिखा है। पत्र में लिखा है कि पांच प्यारे सिंह साहिबों द्वारा तख्त श्री हरिमंदर जी पटना साहिब में विशेष सभा हुई। इसमें आपके द्वारा पूर्व में जारी आदेश की चर्चा की गई जो आपके आदेशानुसार निजी सहायक जसपाल सिंह के हस्ताक्षर से 2 दिसम्बर को प्राप्त हुआ। जिसमें तख्त श्री हरिमंदर जी पटना साहिब में चल रहे विवाद को लेकर कुछ निर्देश दिए गए हैं।

इनके अनुसार 6 दिसंबर को तख्त श्री हरिमंदर जी पटना साहिब के प्रबंधन  बोर्ड को तलब किया गया और कुछ फैसले सुनाए गए जो उचित नहीं थे, जिससे तख्त श्री हरिमंदर जी पटना साहिब का माहौल काफी तनावपूर्ण हो गया है। इस स्थिति को देखते हुए पांच प्यारे सिंह साहिब आपके सभी फैसलों को खारिज करते हैं। क्योंकि तख्त साहिब जी के संविधान में अनुच्छेद नं. 79 के अनुसार किसी भी धार्मिक विवादित मामले में तब तक दखलअंदाजी नहीं की जा सकती जब तक कि समूह प्रबंधन कमेटी इसे लिखित में श्री अकाल तख्त साहिब को न दे।

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तख्त श्री हरिमंदर जी पटना साहिब में सभी सेवा और व्यवस्था प्राचीन परंपरा के अनुसार की जाती है। जिसके कारण किसी भी तख्त साहिब द्वारा नए मानदंडों या संविधान के अनुसार लिया गया निर्णय तख्त श्री पटना साहिब पर लागू नहीं किया जा सकता है। तख्त श्री हरिमंदर जी पटना साहिब की मर्यादा के अनुसार जब तक पांच प्यारे सिंह साहिबान किसी तनखाईया दोषी का फैसला श्री अकाल तख्त साहिब जी को विचारार्थ नहीं भेजते, तब तक आपके द्वारा न क्षमा की जा सकती है और न बदलाव किया जा सकता है। यदि कोई व्यक्ति पटना साहिब के शिष्टाचार का उल्लंघन करता है तो तख्त श्री हरिमंदर जी पटना साहिब से ही शिष्टाचार के अनुसार कार्यवाही की जा सकती है। लेकिन आपने इसके विपरीत एक निर्णय लिया है जो लागू नहीं किया जा सकता है और साथ ही तख्त श्री हरिमंदर जी पटना साहिब के पांच प्यारे सिंह साहिबों द्वारा आपसे कुछ जवाब मांगे गए हैं।

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2 दिसंबर को मिले पत्र में पंथ से निकाले गए रणजीत सिंह गौहर के नाम के आगे जत्थेदार शब्द जोड़ने का क्या कारण था? असंवैधानिक तरीके प्रशासनिक बोर्ड बोर्ड को श्री अकाल तख्त साहिब में किस आधार पर तलब किया गया? आपकी पद का सम्मान करते हुए प्रशासनिक बोर्ड उपस्थित हुआ, लेकिन आपने जिस उद्देश्य  के लिए बुलाया था, उस पर विचार क्यों नहीं किया? और एक पक्ष को साजिश के तहत नीचा दिखाया और जलील किया गया। यदि पांच सदस्यीय कमेटी का गठन किया जाता है, तो वह किस प्राधिकरण द्वारा गठित की जाती है? इसके अलावा सिंह साहब भाई बलदेव सिंह की 38 साल की समर्पित सेवा को नजरअंदाज करते हुए उनके प्रति कठोर शब्दों का प्रयोग कर उनकी गरिमा को ठेस पहुँचाना कहाँ तक जायज़ है?

किस सबूत और अधिकार के साथ सिंह साहब ने भाई गुरदयाल सिंह पर मुख्य साजिशकर्ता होने का आरोप लगाया? जिससे पूरे पंथ में उनकी छवि बुरी तरह खराब हुई उन्होंने तख्त साहिब जी के सभी कर्मचारियों पर नशा करने का झूठा आरोप लगाकर उनका अपमान किया। इसलिए पंज प्यारे सिंह साहिबों के विचार-विमर्श के बाद यह निर्णय लिया गया है कि आप 2 दिनों के भीतर लिखित रूप में या किसी निजी सहायक के माध्यम से अपना जवाब दें, जो बहुत महत्वपूर्ण है और आगे से तख्त श्री हरिमंदरजी पटना साहिब को किसी प्रकार के फैसले में कोई आदेश जारी नहीं करोगे, यदि करते हो तो यह माननीय नहीं होगा।

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News Editor

Kamini

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