सिर कटी लाश की सुलझी गुत्थी, सीरियल किलर ने पत्नी संग मिल रची थी खौफनाक साजिश
punjabkesari.in Monday, Jul 10, 2023 - 03:25 PM (IST)

लुधियाना (राज/बेरी) : आदर्श नगर में मिली सिर कटी लाश की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। पुलिस ने इस मामले में दंपत्ति को गिरफ्तार किया है। मुख्य आरोपी की पहचान पंकज शर्मा के रूप में हुई है, इस अपराध में उसकी पत्नी नेहा ने भी सहयोग दिया है। आरोपी पंकज शर्मा एक सीरियल किलर है जो कई मामलों में मोस्ट वांटेड था, जबकि मृतक का नाम राम प्रसाद है। आरोपियों की पहचान पर पुलिस ने मृतक का सिर और अंगुलियां, घटना में इस्तेमाल मोटरसाइकिल, सिर काटने वाली आरी, मृतक का मोबाइल फोन और दस्तावेज बरामद कर लिए हैं। इसके साथ ही आरोपी ने 11 महीने पहले पूर्णिया जिले से 2 बच्चों का अपहरण कर लिया था। उन्हें भी पुलिस ने आरोपियों के पास से बरामद कर लिया है।
इस संबंध में जिला पुलिस को सूचना भेज दी गई है। हालांकि इस पूरे हत्याकांड में पंकज के साथ एक और शख्स भी शामिल था, जिसने पंकज की मदद की है। अब पुलिस उसकी तलाश कर रही है। पुलिस कमिश्नर मंदीप सिंह सिद्धू ने बताया कि पंकज शर्मा विहार के मधेपुरा जिले का रहने वाला है, जो फिलहाल किदवई नगर के महाशा मोहल्ले में किराए पर रह रहा था। उनकी दूसरी शादी नेहा से हुई थी। पंकज के 6 बच्चे हैं। उसकी पहली पत्नी गांव में रहती है, जिसमें 5 बच्चे पहली पत्नी के और एक बच्चा दूसरी पत्नी का है। दूसरी पत्नी का एक बच्चा उसके साथ रहते है। पंकज के खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण जैसी संगीन धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। वह पिछले 10 साल से पुलिस से भाग रहा है। इसलिए उसने खुद को इन केसों से बाहर निकालने के लिए एक योजना बनाई कि वह अपनी जगह किसी और को मारकर खुद को मरा हुआ साबित कर देगा और उसकी फर्जी मौत के साथ ही सारे मुकदमे भी खत्म हो जाएंगे।
पत्नी को भी किया साजिश में शामिल
सी.पी. सिद्धू ने बताया कि पंकज की मुलाकात राम प्रसाद से हुई, जो मूल रूप से यू.पी का रहने वाला है और लुधियाना के मोहल्ला जगदीशपुरा में रहता था। पंकज को लगता था कि राम प्रसाद की शारीरिक बनावट उसके जैसी ही है। फिर एक दिन वह उसे अपने कमरे पर ले गया। इसके बाद पंकज के कहने पर उसकी पत्नी ने राम प्रसाद से दोस्ती कर ली और उसे अपने आंगन में एक कमरा लेने को कहा क्योंकि राम प्रसाद यहां अकेला रहता था। इसके बाद आरोपियों ने 3 जुलाई को राम प्रसाद को अपने कमरे में बुलाया और खूब शराब पिलाई। उसे शराब पिलाकर कमरे में बंधक बनाकर रखा गया। वह शोर न मचाए इसके लिए उसके होठों पर क्विकफिक्स लगा दिया गया, जिससे उसके होठ आपस में चिपक गए। इसके बाद उसने पहले आरी से उसका सिर काटा, फिर दोनों हाथों की उंगलियां काट दीं। इसके बाद शव को 2 दिनों तक घर के बिस्तर के अंदर ही रखा गया। फिर तीसरे दिन शव को फैंक दिया।
शव की पेंट में रखे अपनी पहचान के दस्तावेज
पुलिस का कहना है कि आरोपियों ने सबसे पहले अपना पर्स शव की पैंट की जेब में रखा, जिसमें आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज थे। पंकज चाहता था कि जब पुलिस को राम प्रसाद का शव मिले तो पुलिस उसे पंकज का शव मानकर आगे की कार्रवाई करे। आरोपियों ने राम प्रसाद के शव को 3 बार लपेटा था। सबसे पहले काले लिफाफे में लपेटा गया। उसके ऊपर एक सफेद लिफाफे पर टेप रैप किया। फिर एक बोरी डालकर उसके ऊपर कंबल बांध दिया ताकि बदबू न आए। 6 जुलाई की सुबह पंकज अपनी पत्नी के साथ गया और क्षत-विक्षत शव के बोरे को पहले आदर्श नगर में फेंक दिया, फिर एक लिफाफे में मृतक का सिर और अंगुलियां बंद कर कूड़े में फेंक दिया।
नाम बदलकर रहने लगा पंकज
पुलिस का कहना है कि आरोपी बेहद शातिर है। वह पुलिस से बचते हुए लुधियाना आ गया और रहने लगा। जहां उसने अपनी पहचान छुपाई जहां वह खुद को पंकज नहीं बल्कि संजय बताता था और अब साजन नाम से अपनी पहचान बताता है। आरोपी द्वारा की गई पिछली वारदातों का ब्यौरा सीपी सिद्धू ने बताया कि आरोपी के खिलाफ करीब आधा दर्जन मामले दर्ज हैं, जिनमें से ज्यादातर हत्या, हत्या के प्रयास और अपहरण के मामले हैं।