फिल्मी स्टाइल में चोरों ने 11 दुकानों को बनाया निशाना, 45 मिनटों में लाखों लेकर रफूचक्कर (तस्वीरे)

punjabkesari.in Sunday, Mar 07, 2021 - 01:07 PM (IST)

पठानकोट (शारदा,आदित्य) : बीते दिन सुबह  चोरों ने फिल्मी अंदाज में ताबड़तोड़ तरीके से 30 से 45 मिनट के बीच शहर के दोनों हिस्सों में 11 चोरी की वारदातों को अंजाम देते हुए लाखों रुपए की नकदी व कीमती सामान उड़ाकर रफूचक्कर हो गए। यह बात जैसे ही आमजन में जंगल की आग की भांति फैली तो देखते ही देखते दुकानदारों में हड़कम्प की स्थिति उत्पन हो गई जिसके बाद सभी दुकानदार अपनी-अपनी दुकानों के बाहर यथास्थिति जानने हेतु पहुंच गए। 

चोरी की वारदात का पहला मामला उस समय पता चला जब वाल्मीकी चौक से 50 मीटर की दूरी पर स्थित दास मैडीकोज की दुकान के साथ सुबह दूध की सप्लाई देने वाला पहुंचा तो जैसे ही उस ने दुकान का शटर खुला देखा तो उसने मैडीकल स्टोर के मालिक को फोन पर सूचना दी। इसके बाद एक-एक करके सभी चोरियों का खुलासा हुआ। चोरों ने शहर की डिवीजन नं.1 के अधीन मुख्य बाजार, गांधी चौक, डाकखाना चौक एवं वाल्मीकी चौक के पास स्थित मेन बाजार 8 दुकानों के शटर खोलकर उनमें से नकदी व कीमती सामान चुराया, जबकि डिवीजन नं.2 के अधीन पड़ती तीन दुकानों से भी नकदी व कीमती सामान को चुरा लिया गया। 

पहली वारदात का समय सी.सी.टी.वी. फुटेज के आधापर पर 4 बजकर 40 मिनट के करीब है जब एक स्फ्टि डिजायर कार बड़ी तेजी से आकर मोड़ काटकर उक्त दुकान के समक्ष रुकती है और उसमें से एक मास्क पहने हुए व्यक्ति दुकान के साथ वाली दुकान के बाहर लगे सी.सी.टी.वी. कैमरे को दूसरी ओर कर देता है और एक-एक करके एक ही जगह पर 4 दुकानों के एक ही अंदाज में शटरों को उखाड़कर चोरी की वारदात को अंजाम देते हैं। उसके बाद दो दुकानें गांधी चौक में, दो डाकखाना चौक में, दो गुरजीत मार्कीट स्थित जबकि एक ढांगू रोड स्थित ऊंची पुली के पास जनरल स्टोर को अपना निशाना बनाते हैं। चोरों ने अधिक्तर निशाना दुकान के मुख्य गल्ले रहे जिसे उन्हें तोड़कर नकदी ही उड़ाई है।

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दूसरी व तीसरी बार फिर बने चोरों का शिकार
ढांगू रोड स्थित मैडिकल की दो दुकानों पर चोरों ने दूसरी व तीसरी बार फिर वारदात को अंजाम दिया है जिसमें मित्तल एजैंसी के मालिक सूर्यप्रकाश मित्तल ने बताया कि उनकी दुकान का सिर्फ शीशा ही टूटा है जबकि उनके पहली भी दो बार चोरी हो चुकी है जब वह कैश नहीं रखते थे। उनके बिल्कुल सामने स्थित अग्रवाल एजैंसी के मालिक रमनीक अग्रवाल ने बताया कि उनके पहले भी एक बार चोरी हो चुकी है लेकिन इस बार गलती से रात को 35 हजार रुपए करीब नकदी रह गई थी जो चोर उड़ा ले गए हैं। 

इसी प्रकार शांगा एंड संज के मालिक शाम लाल ने बताया कि उनकी लग्जरी दुकान होने के चलते चोर दिन की रखी गई कमाई जो कि 35 हजार रुपए के करीब थी तथा महंगे ब्रांड के अंडरबियर, लिप्सटिक एवं कास्मैटिक का सामान चुरा ले गए हैं। इसी प्रकार सबसे बड़ी राशि पहनावा गारमैंट्स के मालिक विकास ने बताया कि एक लाख 25 हजार के करीब उन्होंने किसी को पैसे देने थे जो रात्रि के समय दुकान पर रखे हुए थे जिसपर चोर हाथ साफ कर गए हैं। इसी तरह किशोर डोगरा ने बताया कि उनकी दुकान से 35 हजार के करीब नकदी व सैनेटाइजर की कुछ बोतले साथ ले गए हैं। इसी प्रकार डोगरा गारमैंट्स के मालिक ने बताया कि 90 हजार के करीब उनकी नकदी गल्ले में पड़ी थी जो अब नहीं है। 

इसी प्रकार सुभाष क्लाथ हाऊस के मालिक माणव महाजन ने बताया कि उनकी 25 हजार के करीब नकदी जो अब गल्ले में नहीं मिल सकी। इसी तरह सिंगला गिफ्ट हाऊस पर पूजा हेतु रखी गई 2500 के करीब नकदी व पानी की कुछ बोतलें चोर अपने साथ ले गए हैं जबकि दीपमाला पर चोर सिर्फ ताले ही तोड़ पाए और चोरी की वारदात को अंजाम देने में सफल रहे। इसी प्रकार बिन्नी क्लाथ हाउस के मालिक ने भी बताया कि करीब 50 हजार की नकदी जो उनके गल्ले में रखी थी वह चोर अपने साथ ले गए हैं। इसी तरह दास क्लाथ हाऊस के मालिक चिराग ने बताया कि 9 हजार रुपए के करीब नकदी जो गल्ले में पड़ी थी वह गायब है।

वहीं एक-एक करके शहर में जैसे ही चोरियों के बारे में लगभग 11 घटनाओं के बारे में जब पता चला तो वाल्मीकी चौक के पास पीड़ित दुकानदारों के हक में पठानकोट व्यापार मंडल के सदस्य व अन्य व्यापारी भी रोष स्वरूप उनके हक में प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए धरने पर बैठ गए। उन्होंने पुलिस की ढीली कार्यशैली के चलते अपने आपको असुरक्षित महसूस करते हुए जिला प्रशासन को जमकर कोसा। धीरे-धीरे रोष प्रदर्शन करने वालों में व्यापारियों का काफिला बढ़ता गया और पुलिस की ओर से भी उन्हें मनाने का सिलसिला शुरू हो गया। पठानकोट व्यापार मंडल के चेयरमैन अनिल महाजन, अश्विनी गुप्ता, नारायणदीप सिंह चड्डा, मनप्रीत साहनी ने रोष जताते हुए कहा कि जिस प्रकार से शहर में चोरों द्वारा वारदात को अंजाम दिया गया है। उससे उनमें असुरक्षित की भावना पैदा हो गई है क्योंकि इससे पहले भी कई बार चोरियां हो चुकी हैं जिसका खुलासा नहीं हो चुका है। उन्होंने कहा कि यदि व्यापारी की तरफ से कोई छोटी भी गलती होती है लेकिन शहर में पहले भी कई चोरियां हो चुकी हैं और जिस प्रकार से आज पुन: चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया गया है ऐसे में प्रशासन का रवैया उनके प्रति कैसा रहेगा।

व्यापारियों द्वारा दिए गए धरने के बाद एस.पी. (डी.) प्रभजोत सिंह विर्क एवं डी.एस.पी. सिटी राजेन्द्र मन्हास स्वयं मौके पर पहुंचे और उन्होंने व्यापारियों को शांत करवाते हुए आश्वासन दिया कि चोरों के लगभग सी.सी.टी.वी. फुटेज को खंगाला जा रहा है और शीघ्र ही इस मामले को सुलझा लिया जाएगा जिसके लिए उन्हें समय चाहिए। पुलिस की ओर से दिए गए आश्वासन के बाद व्यापारियों ने धरने को समाप्त किया।
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लॉ एंड आर्डर पूरी तरह से फेल : अश्विनी शर्मा
चोरी की वारदातों का पता चलते ही भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष अश्विनी शर्मा मौके पर पहुंचे और उन्होंने जिले में लॉ एंड आर्डर की व्यवस्था पर प्रश्न चिंह लगाते हुए कहा कि जिस प्रकार से चोरों ने सुबह तड़के इस वारदात को अंजाम दिया है और वह भी थाने से मात्र 100 मीटर की दूरी पर ही इसे यह सिद्ध हो जाता है कि इस सरकार से होते हुए व्यापारी वर्ग एवं लोग कितने सुरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को कुम्भकर्णी नींद से जागकर ईमानदारी से निभाते हुए इस वारदात को शीघ्र सुलझाना चाहिए ताकि इन पीड़ित दुकानदारों को इंसाफ मिल सके। उन्होंने कहा कि लॉ एंड आर्डर पूरी तरह से पूरी तरह से फेल हो चुका है।

बेखौफ चोरों का पता लगाना क्या पुलिस के लिए बनी रहेगी पहेली
शहर में एक-एक करके 4 से 5 के करीब चोरों द्वारा 11 दुकानों को अपना निशाना बनाया गया है और सभी दुकानों को निशाना बनाने से पूर्व चोरों ने दुकानों के आस-पास व बाहर लगे सी.सी.टी.वी. कैमरों को तोड़ दिया और एक ही अंदाज में शटरों को तोड़कर बेखौफ होकर चोरी की वारदातों को अंजाम देते हुए नजर आए। जहां तक कि सी.सी.टी.वी. फुटेज के अधार पर एक स्विफ्ट डिजायर कार दुकानों के आगे रुकती है जिसमें से चार के करीब चोर शटर को तोड़कर अंजर चोरी की वारदात को अंजाम देते हुए नजर आते हैं और खास बात यह देखने को आई कि सभी चोरों ने एक ही रंग की जैकेटें, मुंह को पूरी तरह से मास्कों से ढका हुआ तथा सभी ने हाथों में गलब्ज पहने हुए थे। इसी के चलते पुलिस की ओर से जब फोरैंसिंक के आधार पर साक्षय जुटाने का प्रयास किया गया तो वह नाकाम ही रहे। दूसरी ओर कार में जिस नंबर का प्रयोग किया गया है सूत्रों के अनुसार वह किसी मोटरसाइकिल का नंबर था जो कि स्कैच पैन के माध्यम से कार की नेम प्लेट पर लिखा हुआ था।


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Content Writer

Tania pathak

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