रिटायर्ड IAS से विजिलेंस ने की 4 घंटे पूछताछ, CM ने दिए थे जांच के आदेश

punjabkesari.in Wednesday, Oct 19, 2022 - 09:52 AM (IST)

चंडीगढ़/जालंधर: पंजाब के सिंचाई विभाग में तकरीबन 10-11 वर्ष पहले हुए कथित सैकड़ों करोड़ के घोटाले की जांच के संबंध में पूर्व आई.ए.एस. अधिकारी काहन सिंह पन्नू विजिलेंस ब्यूरो के समक्ष पेश हुए। विजिलेंस ब्यूरो हैडक्वार्टर में पूर्व आई.ए.एस. जो कि उस वक्त सिंचाई विभाग में प्रमुख सचिव थे, से 6 विजिलेंस अधिकारियों पर आधारित विशेष जांच टीम द्वारा तकरीबन 4 घंटे तक पूछताछ की गई। यह पूछताछ पन्नू के कार्यकाल के दौरान गुरिंद्र सिंह उर्फ भापा की कंपनी को अलॉट हुए टैंडरों के बारे में और गुरिंद्र सिंह द्वारा पुलिस रिमांड के दौरान दिए गए अधिकारियों को भी करोड़ों रुपए रिश्वत के तौर पर देने संबंधी बयान के आधार पर की गई है। 

हाल ही में सी.एम. ने जांच को दी थी मंजूरी

ध्यान रहे कि तकरीबन 600 करोड़ रुपए के उक्त सिंचाई घोटाले में कई उतार-चढ़ाव के बाद हाल ही में मुख्यमंत्री द्वारा जांच की मंजूरी दी गई है। लंबे समय तक यह मामला ठंडे बस्ते में रहा था, हालांकि कथित घोटाले के मामले में मुख्य आरोपी ठेकेदार गुरिंद्र सिंह को गिरफ्तार करके जांच की गई थी, लेकिन तत्कालीन सरकारों द्वारा पूर्व सीनियर आई.ए.एस. अधिकारियों से पूछताछ को गंभीरता से नहीं लिया गया था। विजिलेंस ब्यूरो को इस मामले में पंजाब के पूर्व मुख्य सचिव सर्वेश कौशल, अतिरिक्त मुख्य सचिव के.बी.एस. सिद्धू और पूर्व प्रमुख सचिव काहन सिंह पन्नू समेत 2 पूर्व सिंचाई मंत्रियों जनमेजा सिंह सेखों व शरनजीत सिंह ढिल्लों की भूमिकाओं की जांच करने की मंजूरी मिली है। इसी के आधार पर पूर्व अधिकारी काहन सिंह पन्नू को जांच में शामिल होने के संबंध में 18 अक्तूबर को विजिलेंस कार्यालय पहुंचने के लिए कहा गया था।

अपने शहर की खबरें Whatsapp पर पढ़ने के लिए Click Here

पंजाब की खबरें Instagram पर पढ़ने के लिए हमें Join करें Click Here

अपने शहर की और खबरें जानने के लिए Like करें हमारा Facebook Page Click Here

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Sunita sarangal

Recommended News

Related News