क्या शिरोमणि अकाली दल के ‘प्रशांत किशोर’ साबित होंगे सुनील कोनूगोलू?

punjabkesari.in Thursday, Jul 22, 2021 - 12:44 PM (IST)

जालंधर (मृदुल) : 2014 लोकसभा चुनावों के बाद पॉलिटिकल स्ट्रैटेजिस्ट प्रशांत किशोर व उसकी टीम की मदद से जीते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी राजनीतिक पार्टियों के चुनाव लडऩे के तरीके बदल दिए। हर बार राजनीतिक पार्टियां चुनावी वायदे तो करती थीं, पर इन दिनों चुनावी वायदे हाईटैक हो गए हैं। इस रेस में प्रशांत किशोर का नाम सबसे आगे आता है, जिसे हर पार्टी चुनाव कैम्पिंग कराने के लिए हायर करना चाहती है। यह पॉलिटिकल स्ट्रैटेजिस्ट करोड़ों रुपए लेकर राजनीतिक पार्टियों की स्ट्रैटेजी तो बनाते ही हैं,साथ ही जनता को लुभाने के नए-नए हथकंडे भी अपनाते हैं, जिसका सबसे बड़ा हिस्सा सोशल मीडिया भी है।

ताजा हालातों की बात करें तो इस वक्त पंजाब के मुख्यमंत्री कै. अमरेंद्र सिंह के प्रधान सलाहकार प्रशांत किशोर के पुराने दोस्त व पार्टनर रहे सुनील कोनूगोलू को शिरोमणि अकाली दल द्वारा चुनाव जीतने के लिए हायर किया गया है, जिसने सियासी समीकरण बिल्कुल बदलकर रख दिए हैं। किसी समय प्रशांत किशोर के सबसे करीबी व कत्र्ताधत्र्ता माने जाते सुनील आज उनके सबसे बड़े राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी के रूप में उभरकर सामने आए हैं।

बात की जाए तो सुनील द्वारा पंजाब में शिरोमणि अकाली दल के लिए जमीनी स्तर पर अपनी टीम को सर्वे करने के लिए भेज भी दिया गया है, जोकि पंजाब में नए मुद्दे और नए चेहरे तलाशने में लगी हुई है। पंजाब के सियासी गलियारों में चर्चा है कि जिस तरह कैप्टन अमरेंद्र को 2017 में प्रशांत किशोर द्वारा जीत हासिल करवाई गई थी उसी तरह क्या आगामी चुनावों में सुनील कोनूगोलू शिरोमणि अकाली दल के ‘प्रशांत किशोर’ साबित होंगे या नहीं?  

सूत्रों की मानें तो सुनील कोनूगोलू की टीम द्वारा हर हलके के मुद्दों बारे जानकारी इकट्ठी की जा रही है ताकि उन मुद्दों के सहारे वह कांग्रेस पार्टी पर आगामी चुनावों में हावी हो सके। अकाली दल की आगामी चुनावों में रणनीति तय करने के लिए शिअद के आई.टी. विंग की टीम, जिनमें पंजाब प्रधान नछत्तर सिंह, दोआबा जोन के प्रधान गुरप्रीत सिंह खालसा, माझा जोन के प्रधान प्रभदीप सिंह पंडोरी, मालवा-1 के प्रधान जसप्रीत सिंह, मालवा-2 के प्रधान गगनदीप सिंह पन्नू, मालवा-3 के प्रधान बलराज भ_ल व बङ्क्षठडा लोकसभा के अनूप कुलार सुनील से चर्चा कर रहे हैं ताकि सुनील को पंजाब के हर मुद्दे से वाकिफ करवाया जा सके।

अगर दूसरी ओर प्रशांत किशोर की बात की जाए तो वह पिछले लंबे समय से कांग्रेस पार्टी की पंजाब में छवि के लिए काम कर रहे हैं, जिसका एक हिस्सा कैप्टन को इग्नोर करवाना और नवजोत सिंह सिद्धू पंजाब प्रधान के लिए प्रोजैक्ट करना भी है। इतने कम समय में क्या सुनील कोनूगोलू पंजाब की जनता के बीच सियासी गुगली फैंककर अकाली दल की छवि को पंजाब में कांग्रेस के बराबर ला सकते हैं या नहीं? क्योंकि अकाली दल बेअदबी व गोलीकांड जैसे संगीन इल्जाम झेलने के साथ-साथ जिस तरह वर्ष 2017 विधानसभा व 2019 लोकसभा चुनावों में मोदी लहर के बावजूद दुर्गति हुई, उसको देखते हुए अकाली दल के हर पहलू को समझना व चुनावों में पार्टी की दोबारा छवि को लोगों में खड़ा करना उनके लिए सबसे मुश्किल टास्क है।

कौन हैं सुनील कोनूगोलू
प्रशांत किशोर के दाहिने हाथ माने जाने वाले सुनील कोनूगोलू भाजपा को उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, गुजरात व कर्नाटक के चुनाव में जीत दिला चुके हैं। इतना ही नहीं साल 2016 में डी.एम.के. पार्टी के प्रधान एम.के. स्टालिन की कैंपेङ्क्षनग की भी अगुवाई कर चुके हैं। उनके बारे में एक बात कही जाती है कि वह खुद सोशल मीडिया व आई.टी. के धुरंधर होने के साथ-साथ सोशल मीडिया पर एक्टिव नहीं रहते। उनका काम करने का स्टाइल एक दम गुप्त है।


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Content Writer

Tania pathak

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