World Photography Day: यादों को जिंदा रखने का बेहतरीन ज़रिया है Photos, जाने क्यों मनाया जाता है ये दिन ?
punjabkesari.in Wednesday, Aug 19, 2020 - 01:49 PM (IST)

होशियारपुर (अमरेन्द्र मिश्रा): हर इंसान के जीवन में कुछ ऐसे अनमोल लम्हें होते हैं, जिनके बारे में लगता है कि काश ये पल यहीं ठहर जाए। समय को रोक पाना तो हमारी मुठी में नहीं है, लेकिन हमारे हाथों में आजकल जो एक चीज अक्सर साथ होती है, वह है मोबाइल। हम मोबाइल में कैमरा ऑन करते हैं और उस पल को हमेशा के लिए कैद कर लेते हैं। एक समय था, जब कैमरा काफी महंगा हुआ करता था, लेकिन अब तो यह आपकी जेब में पड़े मोबाइल में सिमट चुका है। किसी की बर्थडे पार्टी हो, शादी या अन्य समारोह हो या फिर हम किसी टूर पर निकले हों... तस्वीरों के माध्यम से ही हम अपनी खुशियों को सहेज पाते हैं।
कैमरे से ली तस्वीर आपकी होती है कल्पना
सुंदरता संसार के हर चीजों चीजों में देखी जा सकती है, सौंदर्य को देखना और उसकी रचना करना आपकी उस कल्पनाशीलता को दिखाता है जिसे आप तस्वीरों में कैद करते हैं। कहते हैं आंसुओं में भी एक समंदर होता है जिसे प्रेम करने वाला ही देख पाता है। एक फोटोग्राफर किसी व्यक्ति के छोटे पलों में भी अपनी कल्पना के सहारे खुशियों का एक समंदर ढूंढ लाता है और उस पल को अपने कैमरे में कैद लेता है। अपने नजरिए से आप जो तस्वीर लेते हैं दरअसल वह आपकी कल्पना होती है जिसे आप वास्तव में देखना चाहते हैं। एक फोटोग्राफर जब अपनी कैमरे की नजर से दुनिया को देखना शुरू करते हैं तो एक अलग ही दुनिया दिखती है जो बहुत ही खूबसूरत होती है।
फोटो आने वाली पीढ़ियों के लिए के होती है बेमिसाल सौगात
कहते हैं, किसी पल को अगर अमर करना हो तो उसे तस्वीरों में कैद कर लो। तस्वीरें किसी के प्रति आपकी भावनाओं का भी हाल बताती हैं। इनसान के पास जब इतने हाईटेक कैमरे नहीं थे, तब भी वह तस्वीरें बनाता था। चित्र बनाना इन्सान के लिए अपनी रचनात्मकता की अभिव्यक्ति का सशक्त माध्यम रहा है। प्राचीन गुफाओं में उसके बनाए गए भित्ति चित्र इस बात के गवाह हैं। इनके जरिए वह आने वाली पीढिय़ों के लिए कितनी बेश्कीमती सौगात छोड़ गया है। बाद में जब कैमरे का आविष्कार हुआ, तो फोटोग्राफी भी इन्सान के लिए अपनी क्रिएटिविटी का प्रदर्शन करने का एक जरिया बन गया।
आखिर क्यों मनाया जाता है फोटोग्राफी दिवस
हर साल अगस्त की 19 तारीख को वल्र्ड फोटोग्राफी डे के तौर पर मनाया जाता है। जिसका मकसद फोटोग्राफी के क्षेत्र में लोगों के बीच जागरूकता पैदा करना है। दुनियाभर की खूबसूरती को समेटने का देखने का बेहतरीन जरिया है फोटोज़। तस्वीरें ही हैं जो यादों को बरसों तक जिंदा रखती हैं। दुनियाभर में 19 अगस्त को विश्व फोटोग्राफी दिवस के तौर पर मनाया जाता है। जिसका उद्देश्य दुनियाभर के फोटोग्राफरों को एकजुट करना है।
विश्व फोटोग्राफी दिवस का इतिहास
फोटोग्राफी शब्द की उत्पत्ति ग्रीक शब्द फोटोज (प्रकाश) और ग्राफीन (खींचने) से मिलकर हुई है। 1839 में वैज्ञानिक सर जॉन एफ डब्ल्यू हश्रेल ने पहली बार इस शब्द का इस्तेमाल किया था। फ्रैंचमैन लुई डागुएरे और जोसेफ नीसपोर निपए द्वारा विश्व फोटोग्राफी दिवस की उत्पत्ति साल 1837 में विकसित की गई एक फोटोग्राफिक प्रक्रिया के अविष्कार से हुई है। फ्राांसीसी वैज्ञानिक आर्गो ने 7 जनवरी 1839 को फ्रैंच अकादमी ऑफ साइंस के लिए एक रिपोर्ट तैयार की। फ्रांस सरकार ने यह प्रोसेस रिपोर्ट खरीदकर उसे आम लोगों के लिए 19 अगस्त 1939 को मुफ्त घोषित किया। यही कारण है कि 19 अगस्त को विश्व फोटोग्राफी दिवस मनाया जाता है।