बंदी सिंहों की रिहाई को लेकर अकाली दल ने CM मान को दी कैप्टन की उदाहरण

punjabkesari.in Wednesday, May 04, 2022 - 04:04 PM (IST)

चंडीगढ़: शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल की तरफ से प्रेस कान्फ्रेंस की गई। इस दौरान सुखबीर बादल ने कहा कि आज की प्रेस कान्फ्रेंस का मुख्य मुद्दा बंदी सिखों की रिहाई है। उनका कहना है कि सजा पूरी कर चुके लोगों को रिहा नहीं किया जा रहा। उन्होंने कहा कि इतिहास में यह कहीं नहीं लिखा गया कि सजा पूरी हो जाए तो बंदी को छोड़ा न जाए। उन्होंने कहा कि आज वह सभी पंथक जत्थेबंदियों से अपील करते हैं कि इकठ्ठे होकर जेलों में बंद सिंहों को छुड़वाया जाए।

उन्होंने कहा कि इन सिखों को अनचाहे तरीको से जेलों में रखा गया है। उन्होंने कहा कि बंदी सिंहों का मसला कौम का अहम मसला है। सुखबीर बादल ने कहा कि हैरानी इस बात की है कि पिछली कांग्रेस की सरकार दौरान सी.बी.आई. कोर्ट ने 4 पुलिस अफसर, जिन्होंने झूठे मुकाबले दौरान नौजवान मारे थे उनको उम्र कैद दे दी और कैप्टन सरकार ने उनको एक साल के अंदर ही पहले ही जेलों में से छुडवा दिया। उन्होंने कहा कि बंदी सिंहों को तो पैरोल भी नहीं मिली। उन्होंने कहा कि जिन लोगों को अदालतों ने उम्र कैद की सजा दी उनको साल के अंदर छोड़ दिया गया और यह उनकी कौम के साथ बेइंसाफी है।

सुखबीर बादल ने कहा कि वह मुख्यमंत्री भगवंत मान और अरविन्द केजरीवाल को विनती करते हैं कि वह इस मसले पर अपना स्टैंड स्पष्ट लें। उन्होंने कहा कि पंजाब में हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं इसलिए पटियाला में जो घटना हुई उसके लिए मौजूदा सरकार जिम्मेदार है। सुखबीर बादल ने कहा कि 4 दिन पहले मुख्यमंत्री को पंजाब पुलिस ने पटियाला घटना बारे जानकारी दे दी थी कि ऐसा कुछ हो सकता है परन्तु फिर भी इस सम्बन्धित कोई कार्यवाही नहीं की गई। उन्होंने कहा कि जब सब कुछ हो जाता है तो फिर भाजपा और अकाली दल का नाम लगा दिया जाता है।

सुखबीर बादल ने कहा कि पंजाब सरहदी राज्य है परन्तु इसका मुख्यमंत्री यदि गैर-जिम्मेदार होगा तो फिर सब कुछ गलत ही होगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री की कोशिश होनी चाहिए कि लॉ एंड आर्डर कंट्रोल में रहे। उन्होंने कहा कि पटियाला घटना की जांच होनी चाहिए और सी.बी.आई. से जांच करवाई जानी चाहिए जिससे सच्चाई सामने आ सके। 

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News Editor

Urmila

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