नशे के साथ-साथ हथियारों का गढ़ बना यह जिला

punjabkesari.in Tuesday, Jul 05, 2022 - 12:39 PM (IST)

लुधियाना (राज्य): पंजाब ड्रग्स के मामले में हमेशा सुर्खियों में रहा है लेकिन अब यह आरोपियों के लिए अवैध हथियारों का गढ़ बन गया है। लुधियाना की बात करें तो शहर अब ड्रग्स तक सीमित नहीं रह गया है। अपराधों के अलावा, हर ड्रग तस्कर के पास एक अवैध हथियार है। हाल के दिनों में शहर में गोलीबारी की घटनाएं आम हो गई हैं, लगभग सभी मामलों में अवैध हथियारों का इस्तेमाल किया जा रहा है। हर अपराधी, चाहे वह बड़ा हो या छोटा, खुलेआम अवैध हथियार लेकर घूम रहा है। पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या में अवैध हथियारों का इस्तेमाल किया गया था। ये सभी हथियार मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश से पंजाब पहुंच रहे हैं, जिसके बाद इनकी सप्लाई विभिन्न जिलों में की जाती है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश अवैध हथियार बनाने के केंद्र हैं, जहां से पूरे देश में अवैध हथियारों की सप्लाई की जाती है। यह भी पता चला है कि इनकी आपूर्ति करने के लिए अपराधियों के एजेंट हैं जोकि उन तक हथियार पहुंचाते हैं। इसके अलावा यह भी पाया गया है कि अवैध हथियारों की सप्लाई ज्यादातर सरकारी ट्रांसपोर्ट का उपयोग किया जाता है क्योंकि प्राइवेट बसों में किसी भी तरह की कोई चैकिंग नहीं होती। इसके अलावा ट्रेनों के जरिए भी किसी न किसी सामान में छुपाकर हथियारों की तस्करी की जा रही है। इसी तरह कुछ अपराधी खुद अपने वाहनों में पुलिस को चकमा देकर हथियार लेकर आ जाते हैं।

मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में देसी कट्टे से लेकर बढ़िया क्वालिटी के हथियार बनाए जाते हैं जोकि विदेशी हथियारों को भी पीछे छोड़ देते हैं। हथियार बेचने वाले कुछ लोग आजकल सोशल मीडिया पर एक्टिव हैं जोकि इंस्टाग्राम, फेसबुक और अन्य सोशल नेटवर्किंग साइजों पर पेज बना कर हथियारों की तस्वीरें पोस्ट कर नंबर डालते हैं। उन नंबरों पर व्हाट्सएप जरिए संपक्र किया जा सकता है। वह सभी प्रकार के हथियार होने का दावा करते हैं और पेमैंट मिलने के बाद हथियार उन तक पहुंचाने की भी गारंटी देते हैं। 

2021 में पंजाब के पूर्व डी.जी.पी. दिनकर गुप्ता ने एक पंजाब के विभिन्न जिलों में सप्लाई किए जाने वाली कुल 49 पिस्तौल सहित अवैध हथियारों का जखीरा जब्त किया था लेकिन उससे पहले ही आरोपी जगजीत सिंह को पुलिस ने पकड़ लिया था। उसने पुलिस को कई खुलासे किए थे जिससे पता चला था कि सभी हथियार विदेशियों से नहीं बल्कि मध्य प्रदेश से आए थे।

जिसके बाद 3 अवैध हथियार बनाने वाले यूनिट और सप्लाई मॉड्यूल का पर्दाफाश किया था। एक प्रमुख आपूर्तिकर्ता बलजीत सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया था। वहीं यू.पी.ए.टी.एस. ने भी 2020 में हरिद्वार से एक हथियार सप्लायर आशीष सिंह को गिरफ्तार किया था। मेरठ का रहने वाला आशीष खालिस्तान लिबरेशन फोर्स को हथियार सप्लाई करता था। इसके अलावा पंजाब में लाइसेंसीधारक गन हाउस भी अपराधियों को हथियार बेचे जाने के मामले पकड़े जा चुके हैं। 

राज्य में बढ़ते गन कल्चर कारण अवैध हथियारों की मांग में वढ़ गई है। पहले क्रिमीनल अवैध हथियार रखते थे। अब सबसे छोटे से लेकर सबसे बड़े तस्करों तक, हमले के मामलों में नामजद कई आरोपियों और गली-मोहल्ले में गुंडागर्दी करने वाले छोटे-मोटे बदमाश भी हथियार रखने लगे हैं क्योंकि देसी कट्टा 2,500 रुपए से 15,000 रुपए तक मिलते हैं। वहीं देश में बनाए गए ऑटमेटिव 25,000 रुपए से 60,000 रुपए में उपलब्ध हैं। इसके अलावा 0.30 बोर और 9 एम. एम. पिस्तौल 50,000 रुपए से 1.50 लाख रुपए में मिल रहे हैं।

इन घटनाओं में इस्तेमाल किए गए अवैध हथियार
1. कुछ दिन पहले चंडीगढ़ रोड पर एक कार चालक की अवैध हथियार से गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जिसकी जांच के बाद एक बड़े गैंगस्टर गिरोह को पुलिस ने दबोच लिया था।
 
2. शेरपुर चौक के पास बाइक सवार एक युवक की गोली मारकर हत्या कर फरार हो गया, जिसे बाद में दिल्ली पुलिस ने पकड़ लिया। उसने यू.पी से हथियार लिए थे।
 
3. थाना टिब्बा के क्षेत्र में 3 ऐसी घटनाएं हुई हैं जिसमें शरारती तत्वों ने अवैध हथियारों से फायरिंग कर दी, जिसमें कुछ लोग घायल भी हो गए थे।

4. सी.आई.ए. -1 ने हैबोवाल के एक युवक को अवैध हथियारों के साथ काबू किया था, जो दुश्मन से बदला लेने के लिए हथियार लेकर आया था।

5. सी.आई.ए.-2 की पुलिस सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड से संबंधित कुछ लोगों को पकड़ा गया है। इनके पासे से अवैध बरामद हुए हैं।
 


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News Editor

Urmila

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