जातिसूचक गाली-गलौच का मामला,14 दिन में न्याय न मिलने पर दी दिल्ली-लाहौर बस रोकने की चेतावनी
punjabkesari.in Tuesday, Apr 10, 2018 - 12:25 PM (IST)
अमृतसर (टीटू): राजीनामे की सूरत में पुलिस चौकी पहुंचे अनुसूचित जाति के व्यक्ति को पिस्तौल दिखाकर जान से मारने की धमकियां देने व जातिसूचक गाली-गलौच का मामला डी.सी.पी. कार्यालय पहुंच गया। इस मामले में पीड़ित विपन थापर ने पुलिस प्रशासन को चेताया कि अगर पुलिस प्रशासन ने 14 दिन के अंदर उसे न्याय नहीं दिलाया तो वह वाल्मीकि संगठनों को साथ लेकर दिल्ली-लाहौर बस रोकने को मजबूर होंगे और इसकी जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन की होगी।
जानकारी के अनुसार पुलिस को दी शिकायत में विपन थापर पुत्र सुशील थापर राम एवेन्यू मजीठा रोड ने बताया कि वह वाल्मीकि समाज के धर्मज्ञ है और उसने किसी मामले को लेकर एक महिला के खिलाफ पुलिस चौकी फतेहगढ़ चूडिय़ां में शिकायत की थी। 4 अप्रैल को उन्हें फोन करके पुलिस चौकी आने के लिए कहा गया। उन्होंने बताया कि जब वह उक्त पुलिस चौकी पहुंचा तो उक्त महिला वहां पर नहीं पहुंची, बल्कि उसकी जगह उसका दामाद अपने 100-150 लोगों के साथ पुलिस चौकी में पहले से ही पहुंचा हुआ था।
उन्होंने शिकायत वापस लेने के लिए उस पर दबाव बनाने की कोशिश की और उसके साथ आए कथित युवक निवासी नगली जो पहले से उनके साथ रंजिश रखता था, ने उसे राजीनामा करने के लिए धमकाया और गाड़ी में पड़ा रिवाल्वर लाकर जाने से मारने की धमकी दी तथा जाति सूचक गाली गलौच किया। उन्होंने डी.सी.पी. अमरीक सिंह पवार से इस संबंध में कार्रवाई की मांग की। इस अवसर पर संत बाबा जसपाल नाथ, बाबा शुक्रनाथ, बाबा पप्प नाथ, संदीप जंडियाला, जुगनू भट्टी, अमित चौहान, मलकीत बिड़लान, रवि गिल व अन्य उपस्थित थे।